भारतीय नौसेना में पहली बार वॉरशिप पर होगी महिला पायलट की तैनाती
नई दिल्ली। इंडियन नेवी ने लैंगिक असमानता को दूर करने के मकसद एक बड़ा कदम उठाया है। नेवी दो महिला पायलट सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को पहली बार किसी वॉरशिप पर तैनात करने वाली है। हालांकि नेवी में बहुत से लेडी ऑफिसर्स को रैंक के मुताबिक तैनाती मिली हुई है लेकिन यह पहला मौका होगा जब किसी वॉरशिप पर इन लेडी ऑफिसर्स को तैनात किया जाएगा।
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बड़े बदलाव की तरफ नौसेना
नेवी में निश्चित तौर पर यह एक बड़ा बदलाव है। दो युवा लेडी ऑफिसर्स को इस समय कई सेंसर्स से लैस मल्टी रोल हेलीकॉप्टर्स को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ये हेलीकॉप्टर सोनार कॉनसोल्स और इंटेलीजेंस सर्विलांस से लैंस हैं। माना जा रहा है कि लेडी ऑफिसर्स नेवी के नए MH-60R हेलीकॉप्टर को उड़ा सकती हैं। इन हेलीकॉप्टर्स को दुश्मन के जहाज और पनडुब्बियों का पता लगाने में वर्ल्ड क्लास माना जाता है। ये दुश्मन के ऐसे जहाज और पनडुब्बियों का पता लगा सकता है जो मिसाइल और टारपीडो के प्रयोग से एक प्रकार के युद्ध में नौसेना को उलझा सकते हैं।
कौन से हैं हेलीकॉप्टर
साल 2018 में तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉकहीड मार्टिन निर्मित हेलीकॉप्टर के लिए 2.6 बिलियन डॉलर वाली अनुमानित डील को मंजूरी दी थी। इस बीच इंडियन नेवी ने जानकारी दी कि इन दोनों लेडी ऑफिसर्स को हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में 'ऑब्जर्वर' (एयरबोर्न टैक्टिस) के रूप में शामिल होने के लिए चुना है। उन्हें आईएनएस गरुड़, कोच्चि में आयोजित एक समारोह में 'विंग्स' से सम्मानित किया गया है। वॉरशिप पर उनकी तैनाती इसलिए भी अहम है क्योंकि युद्धपोत लंबे समय तक समंदर में रहते हैं और इसमें क्रू क्वार्टर्स में निजता की गुंजाइश भी बहुत कम होती है। साथ ही महिला और पुरुष के आधार पर बाथरूम भी कभी-कभी वॉरशिप पर नहीं होते हैं।