चीन के साथ तनाव का हॉन्गकॉन्ग से होने वाले आयात पर भी हो रहा असर
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर तनातनी का असर व्यापार पर भी दिख रहा है। दोनों देशों के बीच तनाव का असर हॉन्गकॉन्ग से आयात पर भी हो रहा है। हॉन्गकॉन्ग से भारत में आयात को चीन ज्यादा सख्ती से अब देख रहा है। ऐसे में चीन नियमों में बदलाव कर हॉन्गकॉन्ग से आयात को मुश्किल कर रहा है। भारत चीन से तो अपना व्यापार कम कर रहा है लेकिन हॉन्गकॉन्ग से व्यापार पर फर्क नहीं पड़ा है। चीन से आयात और निवेश को भारत कम करना चाहता ताकि उसकी दूसरे देशों पर निर्भरता कम हो।
देश पर निर्भरता में कम करने के लिए भारत व्यापार संबंधों में बदलाव कर रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि जब सरकार प्रतिबंध लगाने के बारे में सोच रही है, तो वह केवल चीनी उत्पादों को देख रही है और हॉन्गकॉन्ग से आने वाले उत्पादों पर ये लागू नहीं होते हैं। सरकार को अब हांगकांग में भी इस तरह के प्रतिबंधों का विस्तार करना चाहिए। भारत में हॉन्गकॉन्ग से होकर आने वाले चीनी सामानों में ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक आइटम हैं।
भारत और चीन के बीते कुछ समय से तनाव चल रहा है। लद्दाख में भारत-तीन सीमा को लेकर दोनों देशों में तनाव है। इसी को लेकर 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई थी। जिसमें 20 हिन्दुस्तानी सैनिकों को चीनी फौज ने शहीद कर दिया था। इसके कुछ भारत में लगातार चीनी उत्पादों को बैन करने की मांग कुछ संगठन कर रहे हैं। तनाव के बीच भारत सरकार ने 29 जून को 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। इसमें टिक टॉक, वीचैट, हेलो और यूसी ब्राउजर समेत अन्य एप हैं। भारत की ओर से कहा गया था कि इस बैन की कार्रवाई को सुरक्षा मुद्दों को देखते हुए की गई।
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