भारत की विकास दर अपेक्षा से काफी कमजोर, लेकिन चीन से बहुत आगे: IMF
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। आईएमएफ की ओर से गुरुवार को कहा गया है कि देश का विकास अपेक्षा के अनुसार काफी कमजोर है। इसकी वजह के बारे में आईएमएफ की ओर से कहा गया है कि कॉर्पोरेट एवं पर्यावरणीय नियामकों में अनिश्चितता और कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की कमजोरी की वजह से यह विकास इतना कमजोर हुआ है। बता दें कि 2019 में आईएमएफ ने भारत की ग्रोथ रेट को 2019 और 2020 में कम रहने की बात कही थी। आईएमएफ की ओर से कहा गया था कि भारत की विकास दर में 0.3 फीसदी की कमी दोनों वर्ष देखने को मिलेगी।
आईएमएफ की ओर से कहा गया था कि भारत की जीडीपी 2019 में 7 और 2020 में 7.2 की दर से विकास करेगी जोकि अपेक्षा के अनुसार कम है। इसके साथ ही आईएमएफ की ओर से यह कहा गया है कि बावजूद इसके भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रहेगी और वह चीन से भी आगे जाएगा। आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारे पास जल्द ही नए आंकड़े होंगे, लेकिन हाल में भारत की विकास दर अपेक्षा के अनुसार काफी कम रही है।
आईएमएफ के चीफ से जब पूछा गया कि भारत की जीडीपी की दर क्या रहेगी तो राइस ने कहा कि आईएमएफ भारत में आर्थिक स्थिति का आंकलन करेगा। हम जल्द ही आने वाले समय में दुनिया की आर्थिक सेहत के बारे में आंकड़े जारी करेंगे।
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