IMF ने कहा- रिकॉर्ड मंदी की तरफ भारतीय अर्थव्यवस्था, 2020 में 10 फीसदी गिरावट लेकिन 2021 में आएगा उछाल
नई दिल्ली। आईएमएफ ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 10.3 प्रतिशत नीचे चली जाएगी। ये किसी भी उभरती अर्थव्यवस्था के साथ ही आजादी के बाद की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्दा कोष ने हाल में जारी अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य की रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि भारत की जीडीपी 31 मार्च को को खत्म हो रहे वित्तीय वर्ष में 10.3 फीसदी नीचे गिरेगी। IMF का ताजा अनुमान पिछले अनुमानों से और खराब स्थिति को दर्शाता है। जून में IMF ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अर्थव्यवस्था 4.5 फीसदी गिरेगी जबकि अप्रैल की रिपोर्ट में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था।
2021
में
निकलेगी
चीन
से
आगे
हालांकि
अनुमान
के
मुताबिक
अगले
साल
2021
के
वित्तीय
वर्ष
में
अर्थव्यवस्था
में
उछाल
आएगा
और
यह
8.8
प्रतिशत
की
वृद्धि
के
साथ
चीन
से
आगे
निकल
जाएगा।
2021
में
चीन
की
अर्थव्यवस्था
8.2
फीसद
रहने
का
अनुमान
किया
गया
है।
वर्ष 2020 में विश्व की अर्थव्यवस्था में 4.4 प्रतिशत की गिरावट होगी जबकि 2021 में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इसके बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। भारत की अर्थव्यवस्था की अगर बात करें तो यह गिरावट बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में इटली और स्पेन को छोड़कर सबसे ज्यादा है वहीं दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में ये सबसे बड़ी गिरावट है।
इटली की अर्थव्यवस्था में 10.6 प्रतिशत की गिरावट जबकि स्पेन में इसी दौरान 12.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान किया गया है। इस दौरान दुनिया की नंबर एक अर्थव्यवस्था अमेरिका में 4.3 प्रतिशत की गिरावट होगी जबकि 2021 में इसमें 3.1 प्रतिशत का अनुमान है।
ब्रिक्स
के
देशों
में
भी
सबसे
नीचे
भारत
के
अलावा
दूसरे
BRICS
देशों
में
ब्राजील
की
अर्थव्यवस्था
5.8
प्रतिशत,
रूस
की
4.1
प्रतिशत,
दक्षिण
अफ्रीका
की
8.0
फीसदी
गिरेगी।
वहीं
चीन
की
अर्थव्यवस्था
में
1.9
प्रतिशत
की
वृद्धि
दर
का
अनुमान
लगाया
गया
है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के अपवाद के साथ विश्व की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में सुधार की प्रक्रिया 'लंबी, असमान और अनिश्चित' होगी। इससे पहले अप्रैल और जून के बीच की तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्ता में 23.9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी।
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