IMF की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने दिल्ली में की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से पीएम मोदी और गीता गोपीनाथ की मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट की गई हैं। गीता को पिछले वर्ष आईएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट में इकोनॉमिक काउंसलर और डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया था।
IMF में क्या है गीता की जिम्मदारी
गीता गोपीनाथ ने शुक्रवार को कहा था कि भारत में रेगुलेटरी अनिश्चितता ने अर्थव्यवस्था को मंद करने में सबसे अहम रोल अदा किया है। गीता ने फिक्की के 92वें वार्षिक समारोह के दौरान कहा था, 'मेरा मानना है कि मंदी में, रेगुलेटरी अनिश्चितता ने बड़ा रोल अदा किया है। यह एक दूसरा समस्या है जिसका समाधान जरूरी है। भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा कि वह सुधारों को अपनाए मगर एक निश्चित स्पष्टता और निश्चितता इसमें बड़ी मदद करेगी।' गोपीनाथ ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) पर कहा था कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। गीता को पिछले वर्ष आईएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट में इकोनॉमिक काउंसलर और डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया था। इस विभाग का रोल संस्था में सबसे अहम है।
Earlier today, Economic Counsellor and Director of the Research Department at the International Monetary Fund (IMF), Gita Gopinath met PM @narendramodi. pic.twitter.com/u9nxE6npyC
— PMO India (@PMOIndia) December 23, 2019
आईएमएफ का रिसर्च डिपार्टमेंट दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर अध्ययन करके सदस्य देशों के लिए जरूरी नीतियां तैयार करता है। साथ ही साथ उन मुद्दों पर रिसर्च को अंजाम देता है जो आईएमएफ के लिए अहम होते हैं। इसके अलावा दुनिया की अर्थव्यवस्था अगले कुछ वर्षों में कैसी होगी इस बारे में भी अनुमान लगाना या भविष्यवाणी करना आईएमएफ का ही काम है। गीता, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन के बाद दूसरी भारतीय हैं जिन्हें इस विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।