पश्चिम बंगाल में मुस्लिम नेताओं और इमामों ने भेजे 10 हजार खत, कहा- एक ही पार्टी को वोट करें मुसलमान
नई दिल्ली। डीएनए के अनुसार मतदान के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए मुस्लिम नेताओं और इमाम लोगों ने पूरे पश्चिम बंगाल में अपने समुदाय के लोगों को 10,000 खत भेजे हैं। ये खत ये सुनिश्चित करने के लिए भेजे जा रहे हैं कि उनका समुदाय धर्मनिर्पेक्ष दल को ही अपना मत दें।
उर्दू और बंगाली भाषा में लिखे गए खत
ये खत उर्दू और बंगाली भाषा में लिखे गए हैं और ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल द्वारा भेजे गए हैं। इसपर कारी फजलूर रहमान के दस्तखत हैं। रहमान वो इमाम हैं जो कोलकाता के लाल रोड पर ईद की नमाज का नेतृत्व करते हैं। खत में चुनाव और मतदान पर बात की गई है।
क्या लिखा है 10,000 खतों में
ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल द्वारा भेजे गए इन खतों में लिखा है कि 'लोकतंत्र में चुनाव के लिए कोई विकल्प नहीं है। हम हर 5 साल में सरकार चुनने का मौका मिलता है। ऐसे में अपनी हर गलती को सुधारने के लिए हमें 5 साल का इंतजार करना होगा। इसलिए ये जरूरी है कि आप अपना मतदान देने से पहले अच्छी तरह से सोच समझ लें।
राजस्थान : शराब का ठेका हटेगा तो डालेंगे वोट, वरना लोकसभा चुनाव 2019 का करेंगे बहिष्कार
छितराएं नहीं मुस्लिम समुदाय के वोट
खत में लिखा है कि पूरे समुदाय को सावधानी के साथ एक ही पार्टी को वोट करना चाहिए। ऐसा न करने से उनके समुदाय के वोट छितरा जाएंगे और इसका सीधा फायदा फांसीवादी बलों को होगा। डीएनए के हवाले से खबर है कि रहमान ने कहा है कि- हमने मुसलमानों को मौके का ठीक फायदा उठाने को कहा है जिससे कि कोई सामुदायिक बल इस देश में सिर न उठा सके और धर्मनिर्पेक्ष बल सत्ता में आए।
यह भी पढ़ें- जानिए पश्चिम बंगाल की बीरभूम लोकसभा सीट के बारे में विस्तार से