ओमिक्रोन का खतरा: IMA ने हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए उठाई बूस्टर डोज की मांग
नई दिल्ली, दिसंबर 06। देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अभी तक देश में ओमिक्रोन के 21 मामले सामने आ चुके हैं। राजधानी दिल्ली में भी नए वेरिएंट का मरीज मिल चुका है। जैसा कि एक्सपर्ट पहले ही बता चुके हैं कि ओमिक्रोन वेरिएंट कोरोना के पहले वाले वेरिएंट से ज्यादा घातक और फैलने वाला वेरिएंट है तो ऐसे में अब देश के अंदर बूस्टर डोज की मांग तेजी से उठने लगी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए बूस्टर डोज की मांग की है। कई वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने ये पता लगाना शुरू कर दिया है कि उनकी वैक्सीन की डोज ओमिक्रोन के खिलाफ प्रभावी हैं या नहीं। इसके अलावा वैक्सीन निर्माता कंपनियां जरूरत पड़ने पर नई डोज विकसित करने पर भी काम कर रही हैं।
बूस्टर डोज पर क्या बोले IMA अध्यक्ष?
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने ANI से बात करते हुए कहा है, "यह महत्वपूर्ण है कि सभी हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को उनके इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जानी चाहिए।" आपको बता दें कि IMA की इस मांग को सभी आयु वर्ग के लिए बूस्टर डोज की मांग के तहत भी देखा जा रहा है, क्योंकि जब देश में 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी तो सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की डोज लगी थी।
इन देशों में लगाई जा रही है बूस्टर डोज
आपको बता दें कि भारत से बाहर कई यूरोपियो देशों में बूस्टर डोज को लगाने का ना सिर्फ ऐलान किया जा चुका है, बल्कि बूस्टर डोज लगाई भी जा रही है। इजराइल दुनिया का सबसे पहला देश है, जहां पर बूस्टर डोज को लगाने का ऐलान हुआ और इसकी शुरुआत भी हुई। इजराइल में अभी 12 साल से उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है। इजराइल के अलावा अमेरिका, कनाडा, यूरोपियन सेंटर फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल, ऑस्ट्रिया, ब्रिटेन, चेक रिपब्लिक, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, आयरलैंड, इटली, नॉर्वे, पोलैंड,. स्पेन, स्वीडन, बेल्जियम, बुल्गारिया, डेनमार्क, फिनलैंड, नीदरलैंड, पुर्तगाल स्विटजरलैंड, जापान, तुर्की, चिली, चीन और दक्षिण कोरिया में बूस्टर डोज लगाई जा रही है।
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