'चपाती' के जरिए कैसे महबूबा मुफ्ती ने अपनी बेटी से की बात, इल्तिजा ने किया खुलासा
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) लगाया गया है। प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को जहां ट्रांसपोर्ट लेन में एक सरकारी गेस्ट हाउस में नजरबंद रखा है। आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के बाद से ही महबूबा मुफ्ती को नजरबंद रखे जाने का उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती लगातार विरोध करती रही हैं। इल्तिजा अपनी मां यानी महबूबा मुफ्ती का ट्विटर अकाउंट पिछले 6 महीनों से हैंडल कर रही हैं। उन्होंने बताया कि नजरबंदी के दौरान वह अपनी मां से कैसे बातचीत कर पाती हैं।
'वो दिन कभी नहीं भूलूंगी जब मां को गिरफ्तार किया गया था'
महबूबा मुफ्ती के ट्विटर अकाउंट से शेयर किए गए ट्वीट में इल्तिजा ने कहा, 'मैं वो दिन कभी नहीं भूलूंगी जब मेरी मां को गिरफ्तार किया गया था और जेल भेजा गया था।' इल्तिजा ने बताया कि कैसे महबूबा मुफ्ती ने नजरबंदी के वक्त छोटे-छोट नोट (मैसेज) उनतक भेजे। उन्होंने कहा, 'मैंने इन नोट्स को एक टिफिन बॉक्स में पाया, जिसमें घर का बना खाना उन्हें भेजा गया था। वह रोटी में लपेटकर नोट्स को लंच बॉक्स में वापस मां को भेजती थीं।
महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर प्रोफाइल बदलने को लेकर चेताया था
इल्तिजा के लिए महबूबा मुफ्ती के नोट में उनकी ओर से अपने ट्विटर प्रोफाइल का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। इसमें लिखा था, 'उन्होंने लिखित में लिया है कि मैं संवाद के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करूंगी। अगर कोई अन्य ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। मैं तुमको बहुत मिस करती हूं।' महबूबा ने अपनी बेटी को ये पहला नोट लिखा था। इल्तिजा के मुताबिक, ऐसे कई नोट्स इसके बाद भी आए हैं।
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 6, 2020 |
रोटी के बीच नोट्स छिपाकर भेजती थी
इल्तिजा ने बताया, 'संवाद कायम रखने के लिए मेरी दादी ने एक आसान तरीका ढूंढा, मेरे द्वारा लिखा गया पत्र एक छोटे साइज में मोड़कर सावधानी से चपाती के बीच में डालकर टिफिन बंद कर दिया।' इल्तिजा ने दावा किया है कि वह गेस्ट हाउस में भारी सुरक्षा के बावजूद अपनी मां के साथ इन नोट्स के माध्यम से संवाद करने में कामयाब रही, जहां उसे छह महीने तक रखा गया। सूत्रों के अनुसार, महबूबा मुफ्ती को जल्द ही उनके आवास पर शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि, वह पीएसए के तहत हाउस अरेस्ट में ही रहेंगी।
भारत के विचार पर हमला हो रहा है- इल्तिजा
इल्तिजा ने इसके पहले भी महबूबा के ट्विटर हैंडल पर लिखा था, '6 महीने पहले, तब मैं बेबसी के साथ देखती रही, जब अधिकारी मेरी मां को ले गए। दिन हफ्तों में बदल गए और हफ्ते महीनों में, कश्मीर में अभी तक राजनीतिक नेता गैरकानूनी तरीके से हिरासत में हैं। ये एक बुरे सपने जैसा है। सरकार अपने ही लोगों की आवाज दबा रही है।' उन्होंने आरोप लगाया था कि भारत के विचार पर हमला हो रहा है और इस दौरान चुप रहना आपराधिक सहभागिता है।