आईआईटी मद्रास खुदकुशी मामला: आज मुख्यमंत्री से मिलेंगे फातिमा लतीफ के माता-पिता
चेन्नई। आईआईटी मद्रास में पढ़ने वाली 19 साल की फातिमा लतीफ ने आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद से यहां न्याय की मांग के लिए प्रदर्शन जारी हैं। आज फातिमा लतीफ के माता-पिता तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडाप्पडी के. पलानीसामी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुलाकात करेंगे।
इस दौरान फातिमा की मौत के पीछे की वजह और जांच को लेकर बातचीत की जाएगी। फातिमा ने 8 नवंबर को अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि मूल रूप से केरल की रहने वाली फातिमा डिप्रेशन में थी। क्योंकि उसका परिक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा था। पुलिस का मानना है कि फातिमा के कम अंक आना ही उसकी आत्महत्या के पीछे का कारण हो सकता है।
हालांकि घटना के तीन दिन बाद फातिमा के पिता अब्दुल लतीफ ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वह मामले की जांच कराएं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने एक मैसेज में बताया है कि एक प्रोफेसर उसे प्रताड़ित कर रहा था। फातिमा के पिता का कहना है कि जिस दिन फातिमा ने आत्महत्या की, उस दिन उसने उन्हें कहा था कि वह अपना फोन स्विच ऑफ कर रही है, क्योंकि उसे पढ़ना है।
जब उनके पास अगला फोन आया तो पता चला कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। परिवार के चेन्नई पहुंचने के बाद फातिमा की बहन आयशा ने उसका फोन चेक किया तो उसे एक मैसेज दिखा। जिसमें फातिमा ने एक प्रोफेसर का नाम लेते हुए उसे अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। परिवार का कहना है कि प्रोफेसर उनकी बेटी को प्रताड़ित कर रहा था, जिससे उसकी गरिमा को ठेस पहुंची है।
फातिमा के पिता अब्दुल ने आईआईटी मद्रास के अधिकारियों पर मामले को "कवर-अप" करने और "विरोधाभासी बयान" देने का भी आरोप लगाया है। आईआईटी मद्रास परिसर में गुरुवार को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्यों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है। कांग्रेस के युवा विंग के सदस्यों ने भी परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रमुख एमके स्टालिन ने भी मामले में "समयबद्ध, स्वतंत्र और पारदर्शी" जांच की मांग की है।।
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