IIT गुवाहाटी ने तैयार किया स्पेशल इंट्यूबेशन बॉक्स, कोरोना से लड़ाई में साबित होगा मददगार
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से चल रही लड़ाई के बीच आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। उन्होंने एक इंट्यूबेशन बॉक्स तैयार किया है। जिसकी मदद से डॉक्टर कोरोना मरीज का इलाज करते वक्त संक्रमित नहीं होंगे। इसके साथ ही आईआईटी ने एक कैंपेन शुरू किया है। इससे मिली धनराशि से इंट्यूबेशन बॉक्स का उत्पादन किया जाएगा। साथ ही उसे सरकारी अस्पतालों में फ्री में बांटा जाएगा।
दरअसल कई कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़े में इंफेक्शन हो जाता है। ऐसे में डॉक्टरों को श्वास नली में ट्यूब डालनी पड़ती है। इस दौरान अगर मरीज खांसता या छिंकता है तो डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ संक्रमित हो सकते हैं। डॉक्टरों को संक्रमण से बचाने के लिए आईआईटी के छात्रों ने इंट्यूबेशन बॉक्स तैयार किया है। इसकी लागत भी बहुत कम है। यह मरीज के बेड पर रखा जाता है, जिसमें हाथ डालकर डॉक्टर सुरक्षित तरीके से ट्यूब डाल सकते हैं। ये उपकरण एक एयरोसॉल बाधक के रूप में काम करता है। वहीं छात्रों ने एक कैंपेन शुरू किया, जिसके लांच होते ही 6 घंटे के अंदर उन्होंने 50 हजार रुपये इकट्ठा कर लिए। छात्र कैंपेन की धनराशि से इकट्ठा हुए फंड से इंट्यूबेशन बॉक्स को तैयार करेंगे। साथ ही सरकारी अस्पतालों में इस मुफ्त में उपलब्ध करवाएंगे।
गुजरात में हुए 59,488 लोगों के कोरोना-टेस्ट, अभी इन जिलों तक नहीं पहुंचा वायरस- VIDEO
भारत
में
बढ़
रही
कोरोना
मरीजों
की
संख्या
गौरतलब
है
कि
दुनियाभर
के
देशों
में
कोरोना
मरीजों
की
संख्या
में
इजाफा
हुआ
है।
संक्रमितों
की
संख्या
32
लाख
के
पार
जा
चुकी
है।
भारत
में
भी
कोरोना
मरीजों
की
संख्या
33
के
पार
पहुंच
गई
है
जिससे
सरकार
और
स्वास्थ्य
सेवाओं
की
चिंता
बढ़ने
लगी
है।
गुरुवार
को
स्वास्थ्य
मंत्रालय
के
संयुक्त
सचिव
लव
अग्रवाल
ने
बताया
कि
पिछले
24
घंटों
में
1780
नए
केस
रिपोर्ट
किए
गए।
कुल
कोरोना
पॉजिटिव
मामले
33050
जिसमें
से
एक्टिव
कोरोना
केस
23651
हैं।
भारत
में
14
दिन
पहले
का
रिकवरी
रेट
13.06
फीसदी
था
जोकि
अब
25.1
प्रतिशत
हो
गया
है।
इसके
साथ
ही
कोरोना
से
मरीजों
का
डेथ
रेट
3.2
फीसदी
नोट
किया
गया
है
जिसमें
से
65
प्रतिशत
पुरुष
और
35
फीसदी
महिला
मरीज
शामिल
हैं।