IIT स्टूडेंट्स ने गंदे वॉशरूम से महिलाओं को बचाने के लिए बनाए खास डिवाइस
नई दिल्ली। 19 नवंबर यानी कल (सोमवार को) दुनिया भर में 'वर्ल्ड टॉयलेट डे' मनाया गया। इस मौके पर एक ऐसी डिवाइस पेश की गई महिलाओं के लिए पब्लिक वॉशरूम का इस्तेमाल करना आसान हो जाएगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के छात्रों ने महिलाओं के के लिए ''खड़े होकर मूत्र त्याग करने के लिए'' एक उपकरण विकसित किया है। इस उपकरण की कीमत 10 रूपये है और इसकी एम्स में जांच एवं परीक्षण किया गया है।
उपकरण को #स्टैंडअपफॉरयोरसेल्फ अभियान के तहत शुरू किया गया है जिसके तहत इस उपकरण के एक लाख से अधिक मुफ्त सैंपल पूरे देश में महिलाओं को बांटे जाएंगे। बीटेक छात्र एवं संफे सहसंस्थापक अर्चित अग्रवाल ने कहा, ''सार्वजनिक शौचालयों में सफाई की कमी प्रत्येक दो में से एक महिला को यूरीनरी ट्रैक्ट इंफैक्शन (यूटीआई) का खतरा उत्पन्न करती है। इस चिंता के मद्देनजर हमने महिलाओं के लिए खड़े होकर मूत्र त्याग करने के लिए उपकरण तैयार किया जिससे वे शौचालय की सीट से एक सुरक्षित दूरी बना सकें और स्वयं को संक्रमित होने से बचा सकें।''
उन्होंने कहा, ''संफे महिलाओं को मूत्र रोकने से मुक्त करेगा। यह उपकरण गर्भवती महिलाओं, गठिया पीड़ित महिलाओं, दिव्यांग महिलाओं के लिए आदर्श होगा जो इसका इस्तेमाल रेलवे स्टेशन, ट्रेन और बस टर्मिनलों में सार्वजनिक शौचालयों में कर सकती हैं।'' इस उपकरण की कोटिंग सामग्री की प्रकृति जल प्रतिरोधी है। यह बायोडिग्रेडेबल है। महिलाएं इसका इस्तेमाल अपने मासिक धर्म के समय भी कर सकती हैं।