जेल से बाहर आते ही अर्नब ने उद्धव ठाकरे को दी खुली चुनौती, कहा- 'हिम्मत है तो करें मुझसे बहस'
मुंबई। इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में जेल में बंद रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने बेल दे दी थी, अंतरिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर राज्य सरकारें व्यक्तियों को टारगेट करती हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि नागरिकों की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए शीर्ष अदालत है। याचिकाकर्ताओं को 50,000 रुपये के व्यक्तिगत बॉन्ड पर अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया है।
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जिसके बाद रात करीब साढ़े आठ बजे जेल से बाहर आए अर्नब गोस्वामी ने गोस्वामी ने विजय चिह्न प्रदर्शित करते हुए कहा कि यह भारत के लोगों की जीत है और इसके बाद ANI से बात करते हुए कहा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहस करने की चुनौती दे डाली।
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उन्होंने कहा कि वे स्वतंत्र पत्रकारिता करने से हमें नहीं रोक सकते हैं, उस सरकार के द्वारा मेरी गैरकानूनी गिरफ्तारी कराई गई जो यह समझने को तैयार नहीं है कि वह स्वतंत्र मीडिया को पीछे नहीं धकेल सकती है, अगर उद्धव ठाकरे को मेरी पत्रकारिता से कोई परेशानी है, तो उन्हें मुझे इंटरव्यू देना चाहिए, मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे मेरे साथ उन सभी मुद्दों पर बहस करें जिनसे मैं उनसे सहमति नहीं रखता हूं। उन्होंने मुझे पुराने झूठे और फर्जी मामले में फंसाया, ये कितनी शर्मनाक बात है, उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें जेल में यातनाएं दी गईं।
'मैं जेल के अंदर से चैनल चलाऊंगा'
मालूम हो जेल से रिहा होने के बाद अपने चैनल स्टूडियो पहुंचें गोस्वामी ने कहा कि वह उच्चतम न्यायालय के आभारी हैं। मालूम हो कि उनके ऊपर अभी भी गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि उनके और उनकी पत्नी पर एक महिला पुलिस के साथ मार-पीट का आरोप लगा है, उन दोनों के खिलाफ केस भी दर्ज है, ऐसे में वो फिर से अरेस्ट हो सकते हैं, इस सवाल के जवाब पर अर्नब ने कहा कि मैं जेल के अंदर से चैनल चलाऊंगा, अब हर भाषा में रिबप्लिक खोलूंगा, वो मुझे रोक नहीं सकते हैं, मैं इंटरनेशनल मीडिया में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराऊंगा, मैं चुप नहीं बैठूंगा और जो गलत है उसे ही गलत ही कहूंगा।
क्या है पूरा मामला
अर्नब को इंटिरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित अलीबाग के एक फार्म हाउस में मई 2018 में अन्वय नाइक और उनकी मां ने कथित तौर पर आत्महत्या की थी। उन्होंने सुसाइड नोट में अर्नब सहित दो लोगों का नाम लिखा था। नोट में लिखा था कि अर्नब के रिपब्लिक टीवी का ऑफिस अन्वय नाइक ने बनवाया था लेकिन अर्नब ने बकाया 83 लाख का रकम नहीं लौटाया था। हालांकि रिपब्लिक और गोस्वामी ने कहा है कि ये पूरी तरह से फर्जी मामला है।
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