सर्वे: अगर सपा-बसपा और कांग्रेस साथ आई तो यूपी में 5 सीटों पर सिमट जाएगी BJP
नई दिल्ली। मिशन 2019 को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इस बीच बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को महासचिव बनाकर यूपी की सियासत के समीकरण बदल दिए हैं। बदले हुए इन समीकरणों में यूपी में सियासत काफी दिलचस्प हो गई है। इसी पर आजतक और कर्वी इनसाइट्स एक सर्वे जारी किया है। इसके मुताबिक अगर सपा-बसपा गठबंधन के साथ कांग्रेस आ जाती है तो बीजेपी 2014 की 71 सीटों से 5 पर सिमट सकती है।
अगर सभी पार्टियां अकेले लड़ी तो...
सर्वे के मुताबिक, सपा-बसपा गठबंधन से बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक अगर यूपी में सपा-बसपा गठबंधन नहीं होता तो बीजेपी के खाते में 57 सीटें, अपना दल को 2 सीटें, कांग्रेस के 4 सीटें, सपा को 16 सीटे और बसपा को 1 सीट मिल सकती है। सर्वे के मुताबिक सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन यूपी की 80 में से 58 सीटें जीत सकता है और पिछले चुनाव में 73 सीटें जीतने वाली बीजेपी-अपना दल को 18 सीटों तक सिमट सकती है। लेकिन अगर मायावती और अखिलेश यादव अपने गठबंधन में आरएलडी के साथ-साथ कांग्रेस को भी शामिल हो जाती है तो बीजेपी 5 सीटों तक सिमट जाएगी।
अगर सपा-बसपा और कांग्रेस एक साथ आ गई तो...
सर्वे के नतीजे बताते हैं कि बीजेपी का वोट शेयर 2014 के 43.3 फीसदी से घटकर 36 फीसदी रह जाएगा औऱ 2014 में 73 सीटें जीतने वाली बीजेपी 5 सीट तक सिमट जाएंगी। बाकी की 75 सीटें बीएसपी, एसपी, आरएलडी और कांग्रेस के खाते में चली जाएंगी। अगर बात सपा+बसपा+रालोद के गठबंधन की बात करें तो इस गठबंधन का सीधा असर बीजेपी पर देखने को मिलेगा। बीजेपी को 2019 में 18 सीटें मिल सकती है। सपा-बसपा गठबंधन को 58 सीटें और कांग्रेस को 4 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है।
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अगर सपा-बसपा से अलग चुनाव लड़ी कांग्रेस
अगर सपा-बसपा और आरएलडी साथ चुनाव लड़ते हैं तो ये गठबंधन यूपी के 46 फीसदी वोटों पर कब्जा कर लेगा। गौरतलब है कि 2014 में सपा को 22.2 फीसदी, बीएसपी को 19.6 फीसदी और आरएलडी को एक फीसदी वोट मिला था। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि अगर ये तीनों पार्टियां साथ चुनाव लड़ीं तो इनका वोट शेयर 2014 के कुल वोट शेयर 42.8 फीसदी से बढ़कर 46 फीसदी हो जाएगा। 2014 की पांच सीटों के मुकाबले 2019 में इन्हें 58 सीटें तक दिला सकता है। इस गठबंधन की सफलता का सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को ही होगा जिसका वोट शेयर 43.3 फीसदी से गिरकर 36 फीसदी पर आ जाएगा और उसे मिली 73 सीटें घटकर 18 रह जाएंगी।
योगी सरकार के कामकाज से संतुष्ट है यूपी की जनता
इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के सर्वे के मुताबिक, यूपी की जनता ने योगी आदित्यनाथ सरकार के कामकाज पर संतोष जाहिर किया। सर्वे के मुताबिक, 57 फीसदी जनता योगी आदित्यनाथ सरकार के कामकाज से बहुत संतुष्ट है। जबकि केवल 15 फीसदी वोटरों ने ही योगी सरकार से निराशा जताई है। सर्वे के मुताबिक 27 फीसदी आबादी ऐसी है जो ना तो योगी सरकार से संतुष्ट है और ना ही निराश है।
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