भगवान ना करे अगर अमेठी से हार गए राहुल गांधी तो...
कांग्रेस सूत्रों ने एक अखबार को बताया कि अगर जीत का अंतर शानदार नहीं होगा तो राहुल प्रमाण पत्र लेने नहीं जाएंगे। हालांकि पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि वह बहुत बड़े अंतर से जीतेंगे। लेकिन इस खबर के लिखे जाने के समय तक वह बहुत आगे नहीं थे।
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बीजेपी की स्मृति ईरानी ने उन्हें कड़ी टक्कर दे रखी है। वहां जनता भी उनसे बहुत खुश नहीं है क्योंकि उस निर्वाचन क्षेत्र में कोई खास काम नहीं हुआ है। इसलिए शुरू में उन्हें वोटरों की बहुत नाराजगी झेलनी पड़ी।
2009 के लोकसभा चुनाव में राहुल अमेठी से 3.72 लाख वोटों से जीते थे। अब इस बार अगर अंतर डेढ़ लाख वोटों का रहा तो राहुल अमेठी नहीं जाएंगे। हालांकि कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। सभी दिग्गज नेता अब बैकफुट पर नजर आ रहे हैं और भाजपा की 'लहर' देश भर में हावी हो चुकी है।