चीन को चिढ़ाने के लिए पूर्व सीईसी का सुझाव- चीनी दूतावास वाली सड़क का नाम दलाई लामा मार्ग रख दो
नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच तनाव अब भी जारी है। इस मामले में अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉक्टर एस वाई कुरैशी ने ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि अगर मकसद चीन को चिढ़ाना है तो उसके एप पर प्रतिबंध लगाने से कुछ नहीं होगा। इसके बजाय अगर चीनी दूतावास वाली सड़क का नाम दलाई लामा मार्ग कर दिया जाए, तो ये ज्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'अगर चीन को चिढ़ाना ही मकसद है तो दिल्ली में जहां चीनी दूतावास है उस रोड का नाम दलाई लामा मार्ग रख दो, यह कदम 59 एप को प्रतिबंधित करने से ज्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा।' हालांकि कुरैशी का ये ट्वीट कई लोगों को पसंद नहीं आया, जिसके कारण लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने कहा, 'आपके ट्वीट को बिना पढ़े ही कहा जा सकता है कि आप केवल भारत को नुकसान पहुंचाने वाली सलाह ही दे सकते हैं।'
एक ने कहा, 'लोग यह क्यों चाहते हैं कि पहले के व आज के कुछ लोगों की तरह हम चीन की हर धमकी, दादागिरी, अतिक्रमण, विस्तारवाद पर डर कर चुपचाप बैठे रहें। वह हमारी जमीन चाहे तो अपना स्वाभिमान ताक पर रख दें। नतीजा कुछ भी हो डरना ठीक नहीं। टिप्पणी के स्तर पर खैर।' वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, 'सर इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।'
आपको बता दें भारत और चीनी सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में झड़प हुई थी। चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया था जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लद्दाख के निमू गए थे, यहां उन्होंने सनिकों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आप जो सेवा करते हैं, उसका मुकाबला विश्व में कोई और नहीं कर सकता है। आप जहां तैनात हैं, आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है।'
Received this good one today:
अगर चीन को चिढ़ाना ही मक़सद है तो
— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) July 3, 2020
दिल्ली में जहाँ चीनी_दूतावास है उस रोड
का नाम *दलाई लामा* *मार्ग* रख दो,
यह कदम 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से
ज़्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा.
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