अगर लॉकडाउन हटता है, तो भारत की जीडीपी में 20 फीसदी की वृद्धि हो सकती है: गोल्डमैन सैश
लंदन। गोल्डमैन सैश द्वारा की गई एक भविष्यवाणी के अनुसार भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में 20 फीसदी बढ़ सकती है। इससे पहले कंपनी ने भविष्यवाणी की थी कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जून तिमाही) में भारत की GDP विकास में 45 फीसदी की गिरावट आएगी जबकि दूसरी तिमाही के लिए गोल्डमैन सेश ने पहले 20 फीसदी की गिरावट का अनुमान किया था।
गोल्डमैन सैश कंपनी का कहना है कि अगर तीसरी तिमाही में कोरोनोवायरस लॉकडाउन हटा दिया जाता है, तो इस सप्ताह की शुरुआत में 20 फीसदी तक का पलटाव होगा। चूंकि चीन में Covid -19 महामारी के उभार के बाद से लगभग सभी देशों में लॉकडाउन लागू है और पूरी दुनिया जानलेवा वायरस की चपेट में हैं। यह महामारी अर्थव्यवस्थाओं की कीमत पर धीमी हो गई है और भारत इसका अपवाद नहीं है।
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द इकोनॉमिस्ट के लेख के अनुसार लॉकडाउन केवल अस्थायी हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह स्पष्ट है कि आर्थिक बंदी विशेष रूप से गरीब देशों के लिए यह कितना महंगा सौदा है। द इकोनॉमिस्ट ने बताया कि एबीएसए बैंक ने गणना की है कि दूसरी तिमाही में दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था 23.5 फीसदी वार्षिक दर से सिकुड़ सकती है।
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गौरतलब है भारत में फिलहाल कोरोनावायरस प्रेरित राष्ट्व्यापी लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया गया है। सरकार का यह कदम पिछले एक हफ्ते में संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा हुई तेजी को देखेते हुए बेहतर भले ही कहा जा सकता है, लेकिन जीडीपी विकास के लिहाज से यह कदम देश की अर्थव्यवस्था के लिए ठीक नहीं था, लेकिन अब अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो पस्त अर्थव्यवस्था और भी पस्त हो सकती है।
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