'कम्युनिटी ट्रांसमिशन' के दावों पर ICMR ने दिया जवाब, हम शिखर से बहुत दूर हैं
नई दिल्ली- देश में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन या थर्ड स्टेज में पहुंचने को लेकर कुछ एक्सपर्ट की ओर से किए गए दावों का इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने सीधा खंडन तो नहीं किया है। लेकिन, उसने कहा है कि हमें इस बीमारी के संक्रमण के फैलाव की सीमा को समझने की जरूरत है। गौरतलब है कि कोविड-19 ग्रुप से जुड़े कुछ एक्सपर्ट ने ही इससे पहले दावा किया था कि देश पहले ही पूरी तरह से थर्ड स्टेज में पहुंच चुका है।
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इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से औपचारिक बयान में काउंसिल की वैज्ञानिक डॉक्टर निवेदिता गुप्ता ने कहा है कि 'कम्युनिटी ट्रांसमिशन' शब्द के इस्तेमाल के बजाय, हमें इस बीमारी के संक्रमण के फैलाव की सीमा को समझने की आवश्यकता है। हम शिखर से बहुत दूर हैं। बीमारी की रोकथाम के लिए हमारे उपाय प्रभावी हैं। मौतों को घटाने में भारत ने बहुत अच्छा किया है।' उन्होंने बताया है कि 1 जून तक 476 सरकारी और 205 निजी सेक्टर के लैब कोविड-19 की टेस्टिंग कर रहे थे। आज की तारीख में हम रोजाना 1.20 हजार टेस्ट कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञों के एक ग्रुप ने दावा किया था कि भारत में आबादी के एक बड़े समूह के बीच कोरोना वायरस के संक्रमण का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'यह उम्मीद करना अवास्तविक है कि इस स्टेज पर कोविड-19 वैश्विक महामारी को समाप्त किया जा सकता है, ये देखते हुए कि देश में बड़े पैमाने पर या आबादी के एक भाग में कम्युनिटी ट्रांसमिशन पहले से ही अच्छी तरह से स्थापित हो चुका है।'
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के इस ग्रुप में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के कुछ डॉक्टर और देश की स्वास्थ्य सेवाओं की सबसे बड़ी संस्था इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के कोविड-19 ग्रुप के दो सदस्य भी शामिल हैं। बता दें कि आज तक देश में कोरोना संक्रमण के कुल 1,98,706 मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन सरकार लगातार इस स्टैंड पर कायम है कि देश कोरोना संक्रमण के थर्ड स्टेज यानि कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति में नहीं पहुंचा है।
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