भारत के इन 4 राज्यों के चमगादड़ों में मिला बैट कोरोना वायरस BtCov, ICMR के शोध में पुष्टि
नई दिल्ली। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा किए गए शोध में दावा किया है कि एक अलग किस्म के कोरोना वायरस (चमगादड़ में पाया जाने वाला बैट कोरोना वायरस) का पता चला है। ये वायरस (BtCov) भारत में पाए जाने वाले चमगादड़ों की दो प्रजातियों में मिला है। दुनियाभर में ये माना जाता है कि चमगादड़ों में कई प्रकार के वायरस होते हैं, लेकिन अब भारतीय वैज्ञानिकों के शोध में इसकी पुष्टि हुई है।
देश के चार राज्यों- केरल, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु के 25 चमगादड़ इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। ये चमगादड़ा Rousettus और pteropus प्रजाति के हैं। चमगादड़ों में बैट कोरोना वायरस मिलने के शोध को इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित किया गया है। हालांकि वह दुनिया में फैला नोबल कोरोना वायरस नहीं है। आईसीएमआर का कहना है कि पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) लैब में तीन साल से चमगादड़ों पर शोध चल रहा था। इस बीच वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर भी चमगादड़ों के नमूनों की जांच शुरू की। गले व मलाशय के सैंपल की जांच में कई चमगादड़ संक्रमित पाए गए हैं।
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एनआईवी की वैज्ञानिक डॉक्टर प्रज्ञा डी यादव कहती हैं कि इस बात को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि बैट कोरोना वायरस इंसानों में बीमारी पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले निपाह वायरस भी चमगादड़ों में मिला था। जानकारी के लिए बता दें चमगादड़ों में प्राकृतिक तौर पर कई वायरस मौजूद होते हैं। इनमें से कई इंसानों के लिए खतरनाक साबित होते हैं। हालांकि इनसे चमगादड़ों को कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं ये भी माना जाता है कि चीन के वुहान में कोविड-19 चमगादड़ों से ही फैला था।
शोध में लिखा गया है कि ये साफ नहीं हो पाया है कि क्यों कुछ कोरोना वायरस ही इंसानों को संक्रमित कर सकते हैं। इसके साथ ही इसमें लिखा है कि चमगादड़ों से इंसानों में संक्रमण के खतरे पर निगरानी रखी जानी चाहिए। चमगादड़ों की एक प्रजाति के लिए केरल, चंडीगढ़, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना से 508 सैंपल लिए गए। दूसरी प्रजाति के 78 चमगादड़ों के सैंपल केरल, कर्नाटक, चंडीगढ़, गुजरात, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना से लिए गए। इस दौरान 12 की मौत हो गई थी।
वैज्ञानिक डॉक्टर आर बाला सुब्रह्मण्यम का कहना है कि केरल के चमगादड़ों को अध्ययन में शामिल किया गया था। पुणे में इनकी टेस्टिंग के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी की निदेशक डॉ. प्रिया अब्राहम के अनुसार हमारे अध्ययन में शामिल चमगादड़ों में से कुछ में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि यह इंसानों तक कैसे पहुंचा? इस पर फिलहाल शोध की जरूरत है।
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