ICMR-NCDC: कोरोना वायरस की निगरानी के लिए अब चुने हुए जिलों में सीरम सर्वे शुरू होगा
नई दिल्ली- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल देश के कुछ चुनिंदा जिलों में कोरोना वायरस की निगरानी के लिए सीरम सर्वे शुरू करने जा रहा है। इस कार्य में राज्यों के स्वास्थ विभाग और दूसरे महत्वपूर्ण स्टेकहोल्डर्स का भी सहयोग लिया जाएगा। इस सर्वे का मकसद जिलास्तर पर कोविड-19 के इंफेक्शन के ट्रेंड का पता लगाना है। जानकारी के मुताबिक इस सर्वे के दौरान देश के चुने हुए 69 जिलों में हर हफ्ते 200 और हर महीने 800 सैंपल जुटाए जाएंगे। प्रत्येक जिलों में सर्वे के लिए में 10 स्वास्थ्य संस्थाओं को सम्मलित किया जाएगा, जिनमें 6 सरकारी और 4 निजी स्वास्थ्य संस्थाएं शामिल रहेंगे।
इस सर्वे के लिए यह भी तय किया गया है कि इसमें सैंपल जुटाने के लिए सभी तरह के लोगों को शामिल किया जाएगा। इसमें ओपीडी में आने वाले लोग, गर्भवती महिलाएं और स्वास्थ्यकर्मियों का भी सैंपल शामिल होगा। जुटाए गए 25 सैंपलों की पूल टेस्टिंग की जाएगी और इस तरह की सैंपल पूलिंग का एकमात्र मकसद निगरानी के लिए है। इसका इस्तेमाल किसी खास मरीज की जांच के लिए नहीं किया जाएगा। सैंपल में न सिर्फ गले, नाक का स्वैब लिया जाएगा, बल्कि खून के भी सैंपल लिए जाएंगे, जिससे कि एलिसा टेस्टिंग (ELISA) के जरिए एंटीबॉडीज की स्थिति का भी पता लगाया जा सके। कई बार इस तरह के सर्वे के बाद इस तरह की जांच को निगरानी कार्यों के लिए RT-PCR टेस्टिंग के स्थान पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
मुख्य बात ये है कि सीरम सर्वे में इंफेक्शन के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडीज की मौजूदगी का पता लगाने के लिए लोगों के किसी समूह के खून के सीरम का टेस्ट किया जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी वेसाइट पर अपलोड किए गए एक दस्तावेज में बताया है कि देश के सभी जिलों में नोवल कोरोना वायरस इंफेक्शन को लेकर एक व्यवस्थित सर्वे की जरूरत है। अभी इस सर्वे के लिए 21 राज्यों के 69 जिलों को चुना गया है और 9 जिलों को रिजर्व में रखा गया है।