मोदी सरकार ने रॉ और आईबी प्रमुख का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ाया, ये है एक्सटेंशन की वजह
नई दिल्ली। इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) के प्रमुख राजीव जैन और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख अनिल के. धस्माना की सेवाओं का छह-छह महीने का विस्तार किया गया है। इन दोनों के दो साल का कार्यकाल इस महीने के अंत में खत्म हो रहा था। दरअसल मोदी सरकार अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले दो महत्वपूर्ण खुफिया एजेंसियों के शीर्ष पदों पर नयी नियुक्ति से बचना चाहती है। इसके अलावा आज हुई कैबिनेट की बैठक में नीति आयोग के सलाहकार आईएएस अधिकारी अनिल श्रीवास्तव को प्रधान सलाहकार नियुक्त किया गया है। वह मध्य प्रदेश कैडर के 1985 बैच के अधिकारी हैं। वहीं सरकार ने पश्चिम बंगाल कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रामफल पवार को नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) का निदेशक नियुक्त किया है।
झारखंड कैडर के 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव जैन दिसंबर 2016 में दो साल के लिए आई बी निदेशक नियुक्त किए गए थे। राजीव जैन ने 1 जनवरी, 2017 को दिनेश्वर शर्मा से आईबी के 26वें डायरेक्टर के रूप में कार्यभार संभाला था। राष्ट्रपति पुलिस पदक से समामानित राजीव जैन संवेदनशील कश्मीर डेस्क समेत आईबी के कई विभागों में रह चुके हैं। वह पिछली एनडीए सरकार में कश्मीर के नियुक्त किए गए वार्ताकार के सी पंत के सलाहकार रह चुके हैं।
अनिल धस्माना 1981 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं। धस्माना ने 31 जनवरी 2017 को रॉ के चीफ के तौर पर कार्यभार संभाला था।धस्माना पिछले 23 साल से रॉ में हैं। धस्माना को तेज तर्रार अधिकारी के रुप में जाना जाता है। उन्हें बलुचिस्तान, आतंकवाद और इस्लामिक मामलों में खासी पकड़ के लिए जाना जाता है। धस्माना को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में काम करने का लंबा अनुभव है साथ ही उन्होंने लंदन और फ्रैंकफर्ट में भी काफी काम किया है।
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