महिला IAS अधिकारी ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत, कहा- मेरी जान को खतरा है
डबवाली: हरियाणा के डबवाली की एसडीएम रानी नागर ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही महिला IAS अफसर ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। एसडीएम रानी नागर का कहना है कि शनिवार को उनके सरकारी घर की खिड़की टूटी हुई मिली थी। इतना ही नहीं अंदर डिश टीवी का बॉक्स ऑन था। इसका ये मतलब हुआ कि कोई अपराधी उनके घर में घुसा था।
IAS अफसर ने की पुलिस में शिकायत
रानी ने इसकी शिकायत 100 नंबर की। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो डीएसपी डबवाली को इसकी जानकारी दी गई। डीएसपी को जानकारी देने के बाद सिटी थाना एसएचओ हवासिंह अपनी टीम के साथ उनके घर पहुंचे। रानी का कहना है कि मुझे पर होने वाले हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस विषय पर मैं आपके साथ कुछ घटनाएं सांझा करना चाहती हूं। रात्रि दिनांक 23-12-2017 को जब मैं अपने घर पर करीब 8.45 बजे पहुंची तो मैंने पाया कि मेरी घर के एक कमरे की एक खिड़की टूटी हुई है।''
रानी ने कहा- घर की खिड़की टूटी हुई थी
रानी ने आगे कहा, '' वह खिड़की इतनी बड़ी है कि उसमें कोई भी आदमी अंदर आ सकता है। मैंने यह भी पाया कि मेरे घर के सेटबॉक्स की लाइट ऑन थी। ऐसा देखने पर मैंने तुरंत 100 नंबर पर फोन किया और घटना की सूचना दी। साथ ही डीएसपी को भी आग्रह किया कि वो पुलिसकर्मियों को मेरे निवास पर भेजें। थोड़ी देर में पीसीआर आई। एसएचओ हवासिंह ने अपने साथियों के साथ पहुंचकर मेरे पूरे घर का निरक्षण किया। इसके बाद मैंने हवासिंह को कहा कि इस विषय में एफआईआर दर्ज करें।
नहीं दर्ज की एफआईआर
IAS महिला अफसर ने कहा, ''एसएचओ ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। जब एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई तो निवेदन किया गया कि कृपा डायरी में लिख लें और इस विषय में गहरी जांच करें।'' महिला अफसर ने आरोप लगाया कि हवाईसिंह ने डायरी में भी एंट्री करने से मना कर दिया। इसके भी अनुरोध किया कि कृपा फिंगर प्रिंट लेने वाले अधिकारियों को तुरंत बुला लें। लेकिन हवाईसिंह ने कहा कि वो कोई भी कार्रवाई अगले दिन ही कर सकते हैं।
घर पर नहीं है सीसीटीवी कैमरा
'मैं आपको बता दूं कि मैं अपने सरकारी आवास पर बिल्कुल अकेली रहती हूं। मेरे आवास पर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है। मेरी सुरक्षा के लिए कोई गार्ड या कर्मचारी नहीं है। मैंने 19 सितंबर 2017 को एसडीएम डबवाली का पद संभाला था।' रानी नागर ने पहले के भी कई उदारहण दिए, उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर 2016 को एक ऑटो ड्राइवर ने उनका अपहरण करने की कोशिश की थी। इस बारे में भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी।'
महिला अफसर ने सांझा की कई बातें
इतना ही नहीं महिला अफसर का कहना है कि उन्हें सैलरी भी देरी से मिली और उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो किसी सुरक्षाकर्मी को रख सकें। मैं आपसे बताना चाहती हूं कि अगर मैं कल रात वो टूटी हुई खिड़की नहीं देख पाती तो वह अपराधी सोते हुए मुझ पर हमला कर सकता था और मेरी जान ले सकता था। इस पूरे मामले पर पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है, इस घटना के बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता है।