ट्विटर पर आमने-सामने आए आईपीएस डी रूपा और आईएएस अवनीश शरण
नई दिल्ली। ट्विटर पर कई एक ट्वीट को लेकर छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के कलेक्टर अवनीश कुमार शरण और कर्नाटक पुलिस की आइजी डी. रूपा आमने-सामने हो गए। शनिवार को डी रूपा के एक ट्वीट के बाद ये मामला चला तो दोनों और कई ट्वीट हुए। हैदराबाद एनकाउंटर को लेकर ये ट्वीट किया गया था। जिस पर ना सिर्फ ये दोनों अफसर बल्कि कई यूजर्स ने भी अपनी बात रखी।
डी रूपा ने पोस्ट किया श्लोक
आइपीएस डी. रूपा ने संस्कृत का एक श्लोक ट्विटर पर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा, परित्राणाय साधुनां विनाशाय च दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे। इसका अर्थ होता है, साधु पुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप कर्म करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए मैं युग-युग में प्रकट हुआ करता हूं। इसके जवाब में आईएएस अवनीश शरण ने लिखा, आप जैसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से यह आशा नहीं थी मैम..
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आप संस्कृत के खिलाफ
इसके बाद अवनीश शरण को रिप्लाई करते हुए आइपीएस रूपा ने लिखा, जो आपने लिखा है वो संस्कृत के खिलाफ आपके पूर्वाग्रह को दर्शाता है। यहां धर्म का मतलब सही के साथ खड़ा होना है। कई जगह पुलिस विभाग का तो 'दुष्ट शिक्षक, शिष्ट रक्षक' सिद्धांत और लोगो है। सत्यमेव जयते।
दोनों अधिकारी सोशल मीडिया पर सक्रिय
डी रूपा और अवनीश शरण, दोनों ही अफसर सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के लिए भी जाने जाते हैं। दोनों अधिकारी समसामयिक मुद्दों पर लिखते रहते हैं। अपने कामों के लिए भी दोनों अफसर कई दफा चर्चा में रह चुके हैं।
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