जज्बे को सलाम: ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दी UPSC की परीक्षा
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नई दिल्ली। संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने देश भर के 72 शहरों में रविवार को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। वहीं, रविवार को एक परीक्षार्थी व्हीलचेयर पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ सिविल सेवा प्रीलिम्स की परीक्षा देने आई थी जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। केरल की कोट्टायम निवासी 24 साल की लतीशा अंसारी के हौसले की सभी तारीफ कर रहे हैं कि दुर्लभ रोग और सांस लेने में तकलीफ के बावजूद वह परीक्षा देने पहुंची थी।
ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दी UPSC की परीक्षा
कोट्टायम जिला कलेक्टर पीआर सुधीर बाबू की कोशिशों के कारण परीक्षा भवन के अंदर लतीशा को ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर उपलब्ध कराया गया था। दरअसल, लतीशा जन्म के बाद से ही 'टाइप 2 ओस्टियोजेनेसिस इमपरफेक्टा' (हड्डियों की बीमारी) से ग्रसित हैं और उनको सांस लेने में भी परेशानी होती है। इस कारण लतीशा को हर वक्त एक ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होती है। परीक्षा भवन में भी वह ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ यूपीएससी का एग्जाम देने बैठी थीं।
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लतीशा को परीक्षा भवन में उपलब्ध कराया गया ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर
मीडिया से बात करते हुए लतीशा ने बताया कि वह डेढ़ सालों से संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयारी कर रही हैं और उनको उम्मीद है कि उनकी कोशिश कामयाब होगी। लतीशा के पिता उनको परीक्षा केंद्र तक लेकर आए थे। अनुवांशिक विकार से ग्रस्त बच्चों के लिए काम करने वाली एक संस्था अमृतवर्षिनी की लता नायर ने इस संदर्भ में कहा कि लतीशा जैसी अभ्यर्थियों को यूपीएससी द्वारा बेहतर सुविधाएं प्रदान किए जाने की आवश्यकता है।
केरल के कोट्टायम की रहने वाली हैं लतीशा
नायर ने कहा कि लतीशा को मेडिकल की जरूरतों के लिए हर महीने 25 हजार रु की आवश्यकता है। यूपीएससी की परीक्षा देने वाली लतीशा ने एम.कॉम की पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने इस परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में मलयालम को चुना है। बता दें कि देश भर के 72 शहरों में यूपीएससी की परीक्षा आयोजित की गई थी। सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के मद्देनजर रविवार को दिल्ली मेट्रो के सभी रुटों पर सेवा सुबह 6 बजे से शुरू की गई थी ताकि परीक्षा देने वालों को कोई परेशानी ना उठानी पड़े।