खतरनाक इजरायली बम स्पाइस 2000 से लैस होगा वायुसेना का फाइटर जेट सुखोई, निशाने पर जैश के ठिकाने
नई दिल्ली। 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। हमले में इजरायल में बनी स्पाइस-2000 बमों का प्रयोग हुआ था। अब आईएएफ अपने एडवांस्ड फाइटर जेट सुखोई को इन्हीं बमों से लैस करने की तैयारी कर चुकी है। पिछले हफ्ते आईएएफ के 12 मिराज जेट्स बालाकोट में दाखिल हुए थे और उन्होंने जैश के ठिकानों पर करीब 1000 किलो के बम गिराए थे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने आईएएफ के सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है।
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बालाकोट में इसलिए सिर्फ मिराज हुए प्रयोग
वेस्टर्न बॉर्डर पर पाकिस्तान से सटी सीमाओं पर तेज डेप्लॉयमेंट पर आईएएफ के सूत्रों की ओर से जानकारी दी गई है। सूत्रों की मानें तो आईएएफ तेजी से वेस्टर्न बॉर्डन को मजबूत कर रही है। पिछले वर्ष गगनशक्ति का आयोजन हुआ था और यहां पर सफलतापूर्वक कई ऑपरेशंस को अंजाम दिया गया था। वर्तमान समय में अभी सिर्फ मिराज-2000 ही ऐसा फाइटर जेट है जो स्पाइस बम को दुश्मन के अड्डों पर गिरा सकता है। लेकिन अब एयरफोर्स सुखोई को भी इससे लैस करना चाहती है।
मिराज का साथ देगा सुखोई भी
भारत को इजरायल से कुछ वर्षों पहले 200 से भी ज्यादा स्पाइस बम इजरायल से मिले थे। इन बमों के साथ सुखोई का ट्रायल पहले ही शुरू हो चुका है। सूत्रों ने बताया, 'कुछ और ट्रायल्स के बाद सुखोई को इन बमों से लैस किया जाएगा जो कि पूरी तरह से सैटेलाइट तस्वीरों पर निर्भर हैं और इन फोटोग्राफ्स की मदद से दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाता है।' एक बार सफलता पूर्वक इंस्टॉल हो जाने के बाद एयरफोर्स और ज्यादा ताकतवर हो सकती है। मिराज-2000 के अलावा फिर वह बालाकोट स्ट्राइक के लिए सुखोई का भी प्रयोग कर पाएगी।
अभी सुखोई की तीन स्क्वार्डन
आईएएफ के पास अभी सुखोई की तीन स्क्वाड्रन हैं। अगले वर्ष के अंत तक 20 और सुखोई मिलने से इन फाइटर जेट्स की संख्या 250 से भी ज्यादा हो जाएगी। एयरफोर्स ने 26 फरवरी को हुए हवाई हमलों में स्पाइस बमों का सबसे ज्यादा प्रयोग किया था। इन बमों को जैश के ठिकानों पर गिराया गया था और जैश के कई अड्डे भी ध्वस्त किए गए थे। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद बालाकोट में हवाई हमले हुए थे। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
मसूद अजहर सबसे बड़ा निशाना
जैश का सरगना मौलाना मसूद अजहर पिछले करीब 20 वर्षों से भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों को अंजाम दे रहा है। अजहर को साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के हाइजैक होने के बाद छोड़ा गया था।