AN32 क्रैश: दुर्गम इलाके से 17 दिन बाद बचाव दल को सकुशल वापस लाया गया
नई दिल्ली। AN32 विमान के लिए खोज और बचाव दल जो 12 जून से दुर्घटना स्थल पर डेरा डाले हुआ था, उसे इंडियन एयरफोर्स द्वारा वापस लाया गया। सभी सदस्य फिट हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक है। ALH और Mi-17V5 हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करके एयरफोर्स के 15, आर्मी के 4 और 3 नागरिकों को लाया गया है।
इनमें सेना, वायुसेना और पर्वतारोही शामिल हैं। वायुसेना ने विमान का मलबा दिखने के बाद 12 जून को सियांग जिले के जंगलों में दो हेलिकॉप्टर के जरिए 12 लोगों की टीम दुर्घटना वाली जगह के पास उतारा था। सियांग जिले के परी पहाड़ों से 19 जून को 6 पार्थिव शरीर निकाल लिए गए थे। इसके बाद 20 जून को 7 अन्य पार्थिव देह मिलीं।
3 जून को लापता हुआ था विमान, 8 दिन खोज के बाद मिला
एएन-32 ने 3 जून को असम के एयरबेस से उड़ान भरी थी। यह अरुणाचल में लापता हो गया था। इसमें वायुसेना के 8 क्रू समेत 13 लोग सवार थे। वायुसेना ने खोज के लिए सुखोई-30, सी130 जे सुपर हर्क्युलिस, पी8आई एयरक्राफ्ट, ड्रोन और सैटेलाइट्स के जरिए विमान का पता लगाने की कोशिश की।
इस मिशन में वायुसेना के अलावा नौसेना, सेना, खुफिया एजेंसियां, आईटीबीपी और पुलिस के जवान लगे हुए थे। तीनों सेनाओं की मदद से आठ दिन तक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था। इस दौरान एमआई-17 हेलिकॉप्टर को अरुणाचल के जंगल में विमान का मलबा दिखाई दिया था।