यासीन मलिक को उम्रकैद: आतंकी हमले के शिकार IAF अधिकारी की पत्नी निर्मल खन्ना ने जानिए क्या कहा?
नई दिल्ली, 25 मई: कश्मीरी अलगाववादी यासीन मलिक को टेरर फंडिंग केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। टेरर फंडिंग केस में बुधवार को दिल्ली की एनआईए कोर्ट ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने 2 उम्रकैद की सजा सुनाई है और 10-10 साल की 5 सजाएं हैं। कोर्ट ने 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। वहीं अब यासीन मलिक द्वारा आतंकी हमले के शिकार भारतीय वायुसेना अधिकारी रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
सजा के खिलाफ अपील, फैसले के लिए नहीं
यासीन मलिक को मिली उम्र कैद की सजा पर वकील उमेश शर्मा ने बताया कि अगर यासीन मलिक जुर्माना नहीं देता है तो उसके बदले सजा मिलेगी। वकील के मुताबिक यासीन मलिक हाईकोर्ट में सिर्फ सजा के खिलाफ अपील कर सकता है, लेकिन फैसले के लिए नहीं। वहीं अब भारतीय वायुसेना अधिकारी रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने इस फैसले पर कहा कि जजों ने अपने विवेक से जो भी सजा सुनाई है, मैं उसका स्वागत करती हूं।
मौत की सजा चाहती हूं- निर्मला खन्ना
निर्मल खन्ना ने अपने बयान में कहा कि वे लोग मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं कि इस मामले में कौन सी सजा देनी चाहिए। मुझे 100 प्रतिशत यकीन है कि मुझे न्याय मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि कोर्ट का यह फैसला यासीन मलिक द्वारा किए गए आतंकी हमलों के पीड़ितों के लिए न्याय है। कुछ लोग संतुष्ट हो सकते हैं, लेकिन मैं संतुष्ट नहीं हूं, क्योंकि मैं अपने मामले में उनके लिए मौत की सजा चाहती हूं।
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कश्मीर में किया था आतंकी हमला
आपको बता दें कि यासीन मलिक ने 90 के दशक में पाकिस्तान में रहने वाले आतंकी हाफिज सईद के इशारे पर कश्मीर में जमकर दहशतगर्दी फैलाई है। साल 1990 में यासीन मलिक ने आतंकियों के साथ मिलकर वायु सेना अधिकारियों पर अंधाधुन गोली चलाई थी, जिसमें चार वायुसेना के अधिकारी शहीद हो गए थे, जबकि 40 अन्य घायल गए थे। इन शहीदों में स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना भी थे, जिनके शरीर पर 26 गोलियों के निशान मिले थे।