जानिए क्यों विंग कमांडर अभिनंदन की तरह अब पाकिस्तान IAF के पायलट को कभी नहीं पकड़ पाएगा
Recommended Video
नई दिल्ली। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद अपने 27 फरवरी को अपने मिग-21 से पाकिस्तान एयरफोर्स के एफ-16 को ढेर करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के जेट में के कम्यूनिकेशन सिस्टम को अगर दुश्मन ने जाम न किया होता तो वह पीओके में गिरने और पाकिस्तान सेना की गिरफ्त में आने से बच सकते थे। शुक्रवार को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) चीफ ने इस बात को लेकर एक बड़ी बात कही है। 27 फरवरी को पाकिस्तान एयरफोर्स को जवाब देते हुए विंग कमांडर अभिनंदन का जेट क्रैश हो गया था और वह पीओके में जा गिरे थे।
अब जाम नहीं हो सकेगा रेडियो कम्यूनिकेशन
आईएएफ चीफ, चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया से न्यूज एजेंसी एएनआई ने पूछा था कि क्या अब पाकिस्तान भारत के पायलट के साथ होने वाने कम्यूनिकेशन को जाम कर सकेगा, जैसा उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के केस में किया था? इस पर एयरफोर्स चीफ ने कहा, 'हमनें इस बात को लेकर कई कदम उठाए हैं और यह सुनिश्चित किया है कि पायलट के साथ होने वाला रेडियो कम्यूनिकेशन पूरी तरह से सुरक्षित रहे।' आईएएफ चीफ के मुताबिक पाकिस्तान अब कभी भी आने वाले समय में आईएएफ पायलट और कंट्रोल रूम के बीच हो रहे कम्यूनिकेशन को न तो सुन पाएगा और न ही जाम कर पाएगा। आठ अक्टूबर को इंडियन एयरफोर्स अपना 87वां वायुसेना दिवस मनाएगी। शुक्रवार को एयरफोर्स डे से पहले हुई एनुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईएएफ चीफ की तरफ से यह जानकारी दी गई है।
अभिनंदन के कम्यूनिकेशन सिस्टम हो गए थे ब्लॉक
अभिंनदन जिस मिग-21 को फ्लाइ कर रहे थे उसका कम्यूनिकेशन सिस्टम दुश्मन ने जाम कर दिया था। आईएएफ सूत्रों और सरकार से जुड़े कुछ लोगों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। पुराने कम्यूनिकेशन सिस्टम को पाक ने ब्लॉक कर दिया था। जिस समय अभिनंदन ने एफ-16 को ढेर कर दिया, उसी समय उन्हें वॉर रूम से वापस लौटने के निर्देश दिए गए थे। अभिनंदन इन निर्देशों को नहीं सुन पाए क्योंकि पाक ने इन्हें ब्लॉक कर दिया था। इस वजह से ही वह पीओके में जा गिरे और पाक सेना ने उन्हें पकड़ लिया।
मिग-21 में नहीं एंटी-जैमिंग टेक्नोलॉजी
अभिनंदन जिस मिग-21 बाइसन को उड़ा रहे थे, उसमें एंटी-जैमिंग टेक्नोलॉजी नहीं है। अब इस पूरे प्रकरण के बाद फिर से एयरफोर्स के लिए नई एंटी-जैमिंग टेक्नोलॉजी की मांग उठने लगी है। अगर मिग-21 में नई एंटी-जैमिंग टेक्नोलॉजी होती तो विंग कमांडर निर्देश मिलने पर वापस लौट आते। यह पहली बार नहीं है जब आईएएफ ने बेहतर कम्यूनिकेशन सिस्टम की मांग की है। इससे पहले भी इस तरह की मांग उठती रही है जिसमें ज्यादा सुरक्षित कम्यूनिकेशन सिस्टम पर जोर दिया जाता रहा है।