राफेल सौदे पर एयर चीफ मार्शल ने कहा- इसमें कोई विवाद नहीं, मोदी सरकार ने की है अच्छी डील
नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमाल को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि सौदे के लिए सरकार ने फ्रांस को ज्यादा पैसे दिए हैं, इस पर एयरफोर्स मार्शल ने प्रेस कांफ्रेस कर विवाद को स्पष्ट किया है। एयर चीफ मार्शल ने बीएस धनोआ ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सौदा बहुत अच्छा है। धनोओ ने कहा कि इस सौदे में को विवाद नहीं है।
बीएस धनोआ ने कहा, 'इसमें कोई विवाद नहीं है। मुझे नहीं पता कि इसमें क्या विवाद चल रहा है। इसकी लागत अधिक नहीं है। सरकार ने बहुत अच्छी डील के साथ समझौता किया है। मुझे लगता है कि हमने एक अच्छी डील के साथ समझौता किया है।'
कांग्रेस का आरोप है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एवियेशन के साथ राफेल लडाकू विमानों खरीदने को लेकर जो समझौता किया है उसमें ज्यादा पैसा दिए गए है। डसाल्ट एवियेशन ने भारतीय वायुसेना को 36 राफेल लड़ाकू विमान देने हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी से 58,000 करोड़ (7.8 अरब यूरो) में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया है जो टैक्स देने वाले लोगों का कमाई है। कांग्रेस का आरोप है कि वर्ष 2012 में यूपीए सरकार ने फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए जितने में समझौता किया था। उससे तीन गुना ज्यादा रकम देकर मोदी सरकार एयरक्राफ्ट खरीद रही है।