IAF ने माना 27 फरवरी को श्रीनगर में अपनी ही मिसाइल का निशाना बना था MI-17 हेलीकॉप्टर, 6 वायुसैनिक हुए थे शहीद
नई दिल्ली। 27 फरवरी को श्रीनगर के बडगाम में क्रैश हुए एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश में भारतीय वायुसेना (आईएएफ) चीफ, चीफ एयरमार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया का आधिकारिक बयान आया है। उन्होंने स्वीकारा है कि आईएएफ की मिसाइल ने ही हेलीकॉप्टर को हिट किया था। इसके बाद यह क्रैश हो गया। उन्होंने बताया कि यह वायुसेना की बहुत बड़ी गलती थी। कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी पूरी हो चुकी है और दो ऑफिसर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या हुआ था 27 फरवरी को
आठ अक्टूबर को इंडियन एयरफोर्स अपना 87वां वायुसेना दिवस मनाएगी। एयरफोर्स चीफ के मुताबिक वायुसेना यह सुनिश्चित करेगी कि आने वाले समय में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। हादसे में छह वायुसैनिक शहीद हो गए थे जिसमें से दो ऑफिसर रैंक थे।शुक्रवार को एयरफोर्स डे से पहले हुई एनुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईएएफ चीफ की तरफ से यह बयान दिया गया है। 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानी 27 फरवरी को पाकिस्तान एयरफोर्स के 24 जेट जम्मू कश्मीर में दाखिल हुए थे। जिस समय आईएएफ की तरफ से पाकिस्तान को जवाब दिया जा रहा था, उसी समय एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की खबरों से हड़कंप मच गया था। शुरुआती जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि हेलीकॉप्टर जमीन से हवा में मार कर सकने वाली एक मिसाइल का निशाना बन गया था।
IAF पायलट ने समझा दुश्मन का हेलीकॉप्टर
जिस जेट से इस मिसाइल को दागा गया था, उसके पायलट ने एमआई-17 हेलीकॉप्टर को दुश्मन का एयरक्राफ्ट समझ लिया था। मई में खबर आई थी कि श्रीनगर एयरबेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग (एओसी) को घटना के लिए जिम्मेदार मानते हुए, उन्हें उनके पद से हटा दिया है। यह फैसला 27 फरवरी को बडगाम में हुए हेलीकॉप्टर एमआई-17 क्रैश की घटना के मद्देनजर लिया गया है जिसमें एयरफोर्स ने अपने छह सैनिकों को खो दिया था जिसमें दो ऑफिसर्स भी थे। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर फ्रेंडली फायर के तहत अपनी ही मिसाइल का निशाना बन गया था।