Video: पुणे में नेशनल डिफेंस एकेडमी की पासिंग आउट परेड, देश को मिले 217 नए ऑफिसर्स
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार 7 नवंबर को नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) के 139वें कोर्स की पासिंग आउट परेड हुई। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। पासिंग आउट परेड में 217 कैडेट्स बतौर ऑफिसर निकले हैं। ये कैडेट्स अब सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए अगले एक साल तक स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग हासिल करेंगे।

यह भी पढ़ें-जानिए उस इंस्टीट्यूट के बारे में जहां तैयार होते हैं देश के जाबांज
पहला कोर्स सन् 1949 में
शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड को कोविड-19 की गाइडलाइंस के तहत आयोजित किया गया था। कैडे्टस और सभी गेस्ट्स ने मास्क पहने हुए थे और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया था। एनडीए, महाराष्ट्र के पुणे के खड़कवासला में स्थित है। एनडीए दुनिया की पहली ऐसी मिलिट्री एकेडमी है जहां पर सेनाओं के तीनों अंगों आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के ऑफिसर्स को एक साथ ट्रेनिंग दी जाती है। एक जनवरी 1949 को एनडीए ने ज्वाइंट सर्विसेज विंग यानी जेएसडब्ल्यू के तौर पर संचालन शुरू किया। उस समय यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री एकेडमी में ही स्थित था। 16 जनवरी 1955 को एनडीए का उद्घाटन हुआ और इंडियन मिलिट्री एकेडमी से अलग होने की घटना को 'ऑपरेशन बदली' नाम दिया गया। वर्ष 1941 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सूडान में भारतीय सैन्य दल के लिए जो राशि दान की गई थी, उसी राशि से एनडीए की बिल्डिंग का निर्माण हुआ। इसलिए मेन बिल्डिंग को सूडान ब्लॉक कहा जाता है। इस जगह पर झील भी है, पहाड़ी रास्ते भी और दूसरे सभी पुराने मिलिट्री संस्थान भी मौजूद हैं इसलिए खड़कवासला को इस एकेडमी के लिए चुना गया। 11 जनवरी 1949 को 190 कैडेट वाला पहला कोर्स समाप्त हुआ था। इसके बाद अगले कोर्स के लिए 172 कैडेट्स की ट्रेनिंग की शुरुआत आठ दिसंबर 1950 को हुई।