स्क्वॉड्रन लीडर रवि खन्ना का नाम वॉर मेमोरियल में होगा शामिल, पत्नी ने कहा शुक्रिया
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के स्क्वॉड्रन लीडर रवि खन्ना के नाम को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में शामिल करने को भारतीय वायुसेना ने मंजूरी दे दी है। इस मौके पर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आखिर कोई जवान आखिर कोई जवान कितना जिंदा रह सकता है, जब भी कोई जवान वर्दी पहनता है तो उसे यह पता होता है कि यह कफन है। मैं भारतीय वायुसेना और 130 करोड़ भारतीयों की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने रवि खन्ना के नाम को नेशनल वॉर मेमोरियल में शामिल करने का फैसला लिया।
1990 में हत्या
निर्मल खन्ना ने कहा कि अब मुझे भारत की बेटी होने की अनुभूति हो रही है। मुझे काफी लंबे समय तक युद्ध में शहीदों की विधवाओं की पेंशन के लिए लड़ना पड़ा। लेकिन बतौर एक अच्छे नागरिक हमे पहले अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों के बारे में पता होना चाहिए, उसके बाद ही हम अपने अधिकारों को ले सकते हैं। बता दें कि स्क्वॉड्रन लीडर को कथित तौर पर अलगाववादी नेता यासीन मलिक द्वारा मार डाला गया था। बता दें कि, 25 जनवरी, 1990 को जेकेएलएफ के आतंकवादियों के एक आतंकवादी हमले में खन्ना और तीन भारतीय वायु सेना के जवान मारे गए थे।
26 गोली मारी थी
जनवरी 1990 को एयरफोर्स के कुछ अधिकारियों पर आतंकवादियों ने हमला किया था। इस दौरान करीब 40 एयरफोर्स के अधिकारी घायल हो गए थे। एयरफोर्स के दो अधिकारियों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो अधिकारियों ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था। सीबीआई ने इस मामले में यासीन मलिक के खिलाफ टाडा कोर्ट जम्मू में मामला दर्ज किया था। इस हमले में शहीद होने वाले एयरफोर्स अधिकारियों में स्क्वार्डन लीडर रवि खन्ना भी शामिल थे। उनके शरीर में 26 गोलियां धंसी हुई थीं।
30 साल बाद इंंसाफ
रवि खन्ना की पत्नी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा था, 30 साल बाद एयरफोर्स के इन अधिकारियों की हत्या के मामले में कुछ न्याय होता देख रही हूं। तब वे (स्क्वार्डन लीडर रवि खन्ना) सिर्फ 38 साल के थे हादसों की तरह जिंदगी गुजार दी। अब जब जिंदगी खत्म होने को आई तो एक रोशनी की किरण दिखाई दे रही है कि मेरे पति का जिसने कत्ल किया है, खून किया है। आज मैं उस इंसाफ को 30 साल के बाद देखने जा रही हूं।
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