वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा का मोदी सरकार पर बड़ा आरोप, कहा किसी आतंकी की तरह हुआ बर्ताव
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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को पिछले दिनों श्रीनगर एयरपोर्ट से जम्मू कश्मीर प्रशासन से वापस जाने को कह दिया। मंगलवार को हुई इस घटना से यशवंत सिन्हा काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि उनके साथ जो बर्ताव हुआ है वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा किसी आतंकी या फिर हाइजैकर कि साथ होता है। आपको बता दें कि यशंवत सिन्हा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। मंगलवार को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार श्रीनगर पहुंचे थे और यहां से उन्हें वापस चले जाने को कह दिया गया था। यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया है।
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श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोके गए सिन्हा
यशवंत सिन्हा ने बताया, 'मैं कनसंर्ड सिटीजंस नामक संगठन से जुड़ा हूं और मैं अपने कुछ दोस्तों से मिलने के लिए गया था। 17 सितंबर को हमारे ग्रुप का एक कार्यक्रम था। मेरे साथ चार और लोग श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे थे। मुझे वहां पर एक सज्जन मिले और उन्होंने अपना परिचय बडगाम के डिप्टी कमिश्नर के तौर पर दिया। इसके बाद जब मैं लाउंज में बैठा तो मुझे रोक लिया गया लेकिन बाकी लोगों को जाने के लिए कह दिया गया।' यशवंत सिन्हा ने साल 2018 में बीजेपी को अलविदा कह दिया था। वह पिछले कुछ समय से मोदी सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में शामिल हो गए हैं।
सिन्हा के जाने से भंग होती शांति
सिन्हा ने आगे कहा कि जब उन्होंने रोकने के लिए वजहें लिखित में मांगी तो दो घंटे के बाद उन्हें एक ऑर्डर लाकर दे दिया गया। इस ऑर्डर में लिखा था कि अगर सिन्हा आगे जाते हैं तो शांति भंग होगी। इस पर यशवंत सिन्हा ने जवाब दिया कि वह तो बडगाम में भी नहीं रहेंगे और वह श्रीनगर जा रहे हैं। इस पर डिप्टी कमिश्नर नहीं माने और ढाई घंटे के बाद उन्हें एसपी का एक लिखित आदेश दिया गया और वापस जाने के लिए कह दिया गया। यशवंत सिन्हा की पुलिस से काफी बहस हुई और उन्होंने कहा कि वह गलत ऑर्डर दे रहे हैं।
'मेरे साथ धोखा हुआ'
शाम 5:45 मिनट पर आखिरी फ्लाइट थी और कुछ लोग उन्हें अपने साथ ले गए। सिन्हा के मुताबिक उनके पैर में चोट लगी थी, इस पर उन्हें व्हील चेयर पर बैठाया गया। उन्हें फ्लाइट की तरफ ले जाया जा रहा था। उन्होंने इसका विरोध किया लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। 20 से 25 पुलिस वालों ने उन्हें धक्का देकर जबरदस्ती उन्हें फ्लाइट में बैठा दिया। यशवंत सिन्हा ने पुलिस वालों से कहा कि उनके साथ धोखा किया गया है। उन्होंने बताया कि उनके तीन साथियों को रिजर्व लाउंज में लॉक कर दिया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री के मुताबिक जो कुछ भी हुआ वह पूरी तरह से गलत था।