तीन तलाक और आर्टिकल 370 के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड की है बारी, शिवसेना ने दिए संकेत
नई दिल्ली- तीन तलाक कानून लागू होने और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अस्थाई प्रावधान खत्म होने के बाद एनडीए सरकार के सहयोगियों के हौसले बुलंद हैं। अब बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने जल्द ही यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने की भी उम्मीद जता दी है। दरअसल, तीन तलाक और अनुच्छेद 370 पर सरकार को राज्यसभा में जो अप्रत्याशित समर्थन मिला है, उसके बारे में पहले शायद बीजेपी के सहयोगियों ने कल्पना भी नहीं की होगी। लेकिन, अब वे उत्साहित हैं और वो हर उन प्रावधानों को देश में लागू करा लेना चाहते हैं, जो राजनीतिक वजहों से पहले टाले जाते रहे हैं।
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अब यूनिफॉर्म सिविल कोड की बारी
शिवसेना ने कहा है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का ट्रिपल तलाक को खत्म करने और आर्टिकल 370 हटाने का फैसला देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की शुरुआत है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि, "सरकार ट्रिपल तलाक बिल लेकर आई, और जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया, यह देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की दिशा में शुरुआत है। मुझे लगता है कि इसे देश में जल्द ही लागू कर दिया जाएगा...'
अंतिम लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद
उधर शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में कहा गया है कि कश्मीर के लोग आर्टिकल 370 हटने के बाद ही असल आजादी का अनुभव कर सकेंगे। सामना के संपादकीय में लिखा है, "लाखों कश्मीरी पंडितों को अब कश्मीर वापस लौटने की आजादी मिल गई है। अंतिम लक्ष्य यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना है और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय झंडा फहराना है।" सामना के संपादकीय में भी देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड जल्द लागू होने की बात कही गई है। गौरतलब है कि संविधान में सरकार को यह सलाह दी गई है कि वह देश में एक समान सिविल कोड लागू करने की व्यवस्था करे। लेकिन, अभी तक यह ठंडे बस्ते में ही पड़ा हुआ है और तीन तलाक एवं आर्टिकल 370 की तरह ही इसका भी विरोध किया जाता है।
सरकार के फैसले से गदगद है शिवसेना
गौरतलब है कि शिवसेना ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति का केंद्र के फैसले को 'ऐतिहासिक दिन' बताया था। युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू और कश्मीर अब भारत का असल हिस्सा बन गया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकर ने भी केंद्र सरकार के इस कदम की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि, 'इससे पार्टी के संस्थापक-प्रमुख बाल ठाकरे का सपना पूरा हुआ है।' उन्होंने कहा था कि 'इसके लिए शिवसेना लंबे समय से संघर्ष कर रही थी। अगर आज बालासाहेब जीवित होते तो बहुत ही खुश होते.....इसके साथ उनका सपना पूरा हो गया है।' वहीं लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने कहा था कि 'बालासाहेब ठाकरे ने अपनी वाणी, लेखनी और पेंटिंग ब्रश (कंचुला) से हर जगह कश्मीर को स्थान दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2019 को उसे साकार किया है।'
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