इथोपियन प्लेन क्रैश: शिखा ने अपने पति से किया था एक वादा जो रह गया अधूरा, पिता का पूछा था हाल चाल
नई दिल्ली। रविवार की सुबह इथोपिया से केन्या की राजधानी नैरोबी के लिए टेक ऑफ करने वाली इथोपियन एयरलाइन की फ्लाइट ईटी 302 क्रैश कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई। इस फ्लाइट में चार भारतीय भी सवार थे। इन चार में से ही एक थीं पर्यावरण मंत्रालय में सलाहकार शिखा गर्ग। शिखा गर्ग के पति को भरोसा नहीं हो रहा है कि उनकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं हैं। शिखा की शादी को तीन माह भी नहीं हुए थे और इस क्रैश ने न सिर्फ एक जिंदगी को खत्म कर दिया बल्कि कई सपने भी पूरे होने से पहले बिखर गए। इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से नैरोबी के लिए टेक ऑफ करने वाली इस फ्लाइट में 35 देशों के नागरिक सवार थे। हादसे के कुछ ही घंटों बाद अथॉरिटीज ने पुष्टि कर दी थी कि कोई भी जिंदा नहीं बचा है।
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पति के जवाब देने से पहले ही क्रैश हुआ प्लेन
32 वर्षीय शिखा, यूनाइटेड नेशंस के एनवॉयरमेंट प्रोग्राम में हिस्सा लेने नैरोबी जा रही थीं। उनकी शादी, सौम्स भट्टाचार्य से हुई थी। दोनों ने तीन वर्ष डेट करने के बाद शादी की थी। पति को भी नैरोबी जाना था लेकिन आखिरी मिनटों में उन्हें किसी अर्जेंट काम की वजह से अपनी टिकट कैंसिल करानी पड़ी। गर्ग ने अपने पति को मैसेज किया, 'मैंने बोर्ड कर लिया है, लैंड करने के बाद मैं तुम्हें कॉल करूंगी।' पति सौम्य अभी जवाब भी नहीं दे पाए थे कि फ्लाइट के क्रैश होने की खबर उन तक आ गई।
पेरिस समझौते में शिखा का रोल
शिखा और उनके पति दिल्ली में ही रहते थे। दोनों ने शिखा के नैरोबी से लौट आने के बाद छुट्टी पर जाने का प्लान बनाया था। सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि वह शिखा गर्ग के परिवारों वालों से संपर्क नहीं कर पा रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने मदद मांगी थी। इसके बाद सुषमा ने शिखा के साथ ही उन बाकी तीन भारतीयों के परिवार वालों से भी बात की, जिनकी इस क्रैश में मृत्यु हो गई थी। शिखा गर्ग उस भारतीय नेगोशिएशन टीम में शामिल थीं जिसने साल 2015 में पेरिस में हुए क्लाइट चेंज समिट के दौरान एक समझौते को अंजाम दिया था।
पिता से भी बात की थी शिखा ने
शिखा ने अपने पिता से भी बात की थी। उनके पिता ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया, 'जिस समय वह फ्लाइट चेंज कर रही थी उसने सुबह करीब 10:06 मिनट पर मुझे कॉल किया था।' इथोपियन एयरलाइंस की फ्लाइट टेक ऑफ के सिर्फ छह मिनट बाद ही क्रैश हो गई थी। उनके पिता रोहिणी में एक ज्वैलरी शॉप चलाते हैं। पिता को याद है कि बेटी उनसे काफी अच्छे से बात कर रही थी। लेकिन कुछ ही घंटे बाद उनके बेटे ने इंटरनेट पर प्लेन क्रैश की खबरे पढ़ी। पिता को मालूम था कि उनकी बेटी उसी फ्लाइट में थी, जो क्रैश हो चुकी है।
पिछले वर्ष इंडोनेशिया में हुआ ऐसा हादसा
जो जेट रविवार को क्रैश हुआ है वह बोइंग 737 मैक्स 8 था। यह उसी एयरक्राफ्ट का एक प्रकार था जो पिछले वर्ष अक्टूबर में इंडोनेशिया में क्रैश हो गया था, उस घटना में 189 लोगों की मौत हो गई थी। इस नए हादसे के बाद दुनिया भर की कई एयरलाइंस ने इस जेट का प्रयोग बंद कर दिया है। भारत में भी डीजीसीए की ओर से ऑर्डर दिए गए हैं कि इस जेट का मेनटेंस चेक किया जाए। हालांकि तुरंत इन्हें ग्राउंडेड की करने की संभावना से इनकार कर दिया गया है। भारत में स्पाइस जेट और जेट एयरवेस इस तरह के 17 प्लेन ऑपरेट कर रही है।