वंदे मातरम विवाद: बोले कमलनाथ, BJP के पास एक भी स्वतंत्रता सेनानी नहीं, हमें राष्ट्रवाद की सीख न दें
भोपाल। वंदे मातरम को लेकर चारों तरफ से घिरता दिखाई देते हुए एमपी सीएम कमलनाथ ने सफाई पेश की है। उनका कहना है कि वो इसे अलग रूप देंगे। साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी उसे राष्ट्रवाद की सीख न देंं। वंदे मातरम पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा 'मैं शुरू से कह रहा हूं कि इसे एक अलग रूप दूंगा, मैंने आज इसकी घोषणा की है। बीजेपी, जिसके पास एक भी स्वतंत्रता सेनानी नहीं है, हमें राष्ट्रवाद की सीख न दें।
दरअसल, पिछले 13 सालों से मध्य प्रदेश में ये परंपरा चली आ रही थी कि महीने के पहले कामकाजी दिन वल्लभ भवन (सचिवालय) में राष्ट्रीय गीत गाया जाता था। लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जनवरी महीने की पहली तारीख को यह परंपरा टूट गई। इसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार बीजेपी के निशाने पर आ गई थी।
अब पुलिस बैंड के साथ वंदेमातरम् का गायन होगा
कमलमनाथ ने विपक्ष के विरोध और भारी दबाव के बाद ऐसा फैसला लिया। उन्होंने कहा कि 'भोपाल में अब पुलिस बैंड और आम जनता के साथ वंदेमातरम् का गायन होगा। हर महीने के पहले कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करने वाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे।' बता दें कि बता दें कि पहले सचिवालय में हर महीने के पहले कार्य दिवस पर वंदे मातरम का गायन होता था। 2005 से तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने यह परंपरा शुरू की थी। जिस पर इस बार कमलनाथ सरकार ने रोक लगा दी। इसके बाद से ही मामले ने तूल पकड़ा हुआ है।