अन्ना ने कहा, मुझे केजरीवाल की जरूरत नहीं, खुद कर लूंगा अनशन
अन्ना का कहना है कि मुझे अनशन करने के लिए किसी की जरूरत नहीं है। मैंने 76 वर्षों में सोलह आंदोलन किये हैं, सूचना का अधिकार मिलना भी इन्हीं आंदोलनों का परिणाम था, मुझे किसी की जरूरत नहीं है, मैं अपना आंदोलन खुद ही चला सकता हूं। उन्होने कहा कि वह आंदोलन की सफलता के प्रति आश्वस्त हैं और अगर अनशन सफल न हुआ तो मैं प्राण त्याग दूंगा। अन्ना ने बताया कि जब दो साल पहले आंदोलन किया था तो सरकार ने जनलोकपाल बिल लाने का वादा किया था, सरकार ने धोखाधड़ी की है अत: इस बार वह सरकार की बातों में नहीं आएंगे, जब तक बिल राज्यसभा में नहीं रखा जाता है, मैं अनशन पर ही रहूंगा।
अन्ना ने कहा कि ऐसी कोई सूचना मुझे नहीं मिली कि प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायण सामी ने जन लोकपाल बिल संसद में पेश करने की घोषणा की है, मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है। वहीं आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का संदेश लेकर राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात आये और अन्ना से मुलाकात की, थोरात ने इस संदेश में अन्ना से जल्द अनशन तोड़ने की अपील की।
आज अन्ना के अनशन का दूसरा दिन है, अन्ना का कहना है कि सरकार खराब स्वास्थ्य का बहाना कर उन्हें अनशन से उठाने की कोशिश कर रही है, मैं अभी पानी ले रहा हूं, अगर मेरी मांगे नही मानी गई तो मैं यह भी बंद कर दूंगा। जिस दिन सरकार संसद में जनलोकपाल बिल का अध्यादेश पारित कर देगी, उस दिन मुझमें दो किलोमीटर चलने की ताकत आ जाएगी। अन्ना के स्वास्थ्य की जांच कर रहे, डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं किरण बेदी ने भी केजरीवाल द्वारा जश्न के लिए दिन चुने जाने पर कहा कि हर इंसान के अंदर अंतर्रात्मा होती है, ये सवाल उसी से पूछना चाहिए।