पापा के कांग्रेस छोड़ने पर क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे
भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है, मंगलवार सुबह दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से बैठक के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा सार्वजनिक कर दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद उनके समर्थक विधायकों ने ताबड़तोड़ इस्तीफा देना शुरू कर दिया है, इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या अब 22 हो गई है, तो वहीं दूसरी ओर भोपाल से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस खेमे में भूचाल मच गया है, विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार खतरे में आ गई हैं।
मुझे अपने पिता पर गर्व है: महाआर्यमान
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस कदम पर जहां कमलनाथ खेमा बुरी तरह से नाराज है और वो उन्हें गद्दार घोषित करने में लगा है, वहीं दूसरी ओर उनके बेटे महाआर्यमान ने अपने पिता के कदम पर खुशी जताई है, उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि मुझे अपने पिता पर गर्व है।
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'एक विरासत छोड़ने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है'
महाआर्यमान ने आगे लिखा है कि एक विरासत छोड़ने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है, इतिहास खुद बताता है कि मेरा परिवार कभी सत्ता का भूखा नहीं रहा, वादे के मुताबिक हम भारत और मध्यप्रदेश में प्रभावी बदलाव लाएंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का छलाका दर्द
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा कि वह 18 वर्षों से कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहे हैं, लेकिन अब राह अलग करने का वक्त आ गया है, उन्होंने सोनिया गांधी को सबकुछ जानते हुए कुछ नहीं करने आरोप लगाया है।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 10, 2020 |
अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं: ज्योतिरादित्य सिंधिया
उन्होंने लिखा, 'मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है।' आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।