हैदराबाद एनकाउंटर मामले में बड़ा अपडेट, तेलंगाना पुलिस ने मानवाधिकार आयोग की टीम को सौंपी रिपोर्ट
नई दिल्ली। हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप के बाद बर्बर तरीके से की गई हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार चारों आरोपियों को एक एनकाउंटर में मार गिराया। हालांकि, पुलिस के अचानक किए गए एनकाउंटर पर सवाल जरूर खड़े होने लगे। खास तौर से मारे गए आरोपियों के परिजनों ने एनकाउंटर को फर्जी बताया। इस बीच एनएचआरसी की टीम मामले की तफ्तीश के लिए हैदराबाद पहुंची और मारे गए आरोपियों के परिजनों से भी बात की। इन सब घटनाक्रम के बीच हैदराबाद एनकाउंटर को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। तेलंगाना पुलिस ने आरोपियों के एनकाउंटर से संबंधित मामले की रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को सौंप दी है।
Recommended Video
पुलिस ने एनएचआरसी की टीम को सौंपी रिपोर्ट
तेलंगाना के साइबराबाद पुलिस कमिश्नर ऑफिस के अधिकारियों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम को 6 दिसंबर को हुए एनकाउंटर से जुड़ी रिपोर्ट पेश कर दी है। पुलिस ने शादनगर शहर के पास चटनपल्ली में जघन्य वारदात में शामिल सभी चार आरोपियों को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। पुलिस ने एनकाउंटर के बाद बताया था कि इन आरोपियों पर कार्रवाई उस समय किया गया जब पुलिस टीम इन्हें लेकर वारदात वाली जगह यानी एनएच-44 पर क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए पहुंची थी। पुलिस के मुताबिक, इसी दौरान इन आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद एनकाउंटर किया गया।
एनएचआरसी की सात सदस्यीय टीम 7 दिसंबर से कर रही जांच
हैदराबाद एनकाउंटर में मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ के साथ-साथ तीन और आरोपियों जोलू शिवा (20), जोलू नवीन (20) और चिंताकुंटा चिन्नाकेशवाउलू (20) को पुलिस ने मार गिराया था। इन चारों आरोपियों के खिलाफ पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल खड़े होने के बाद एनएचआरसी की सात सदस्यीय टीम 7 दिसंबर को ही मामले की जांच के लिए हैदराबाद पहुंच गई। इस दौरान टीम ने मारे गए आरोपियों और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की है। आयोग की टीम ने उस जगह का दौरा भी किया है, जहां पर एनकाउंटर हुआ था। इसके साथ ही वह महबूबनगर स्थित उस सरकारी अस्पताल भी पहुंचे, जहां आरोपियों के शव रखे गए थे।
मारे गए आरोपियों के परिजनों ने एनकाउंटर को बताया फर्जी
फिलहाल एनकाउंटर मामले में चल रही जांच के बीच मारे गए आरोपियों में से दो के परिजनों ने दावा किया है कि उनके बेटे नाबालिग थे। यही नहीं आरोपियों के परिजनों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सामने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर में चारों को मार गिराया। वहीं इस मामले में पुलिस ने अपनी रिपोर्ट एनएचआरसी को सौंप दी है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी हैदराबाद एनकाउंटर का मामला पहुंचा है, जिसमें बुधवार को सुनवाई हुई।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हैदराबाद एनकाउंटर का मामला
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि हैदराबाद एनकाउंटर की जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश की नियुक्ति की जाएगी, जो इस मामले में पूछताछ करेंगे। कोर्ट ने कहा, जैसा कि हमें पता है तेलंगाना हाईकोर्ट में पहले से ही मामले की सुनवाई हो रही है, ऐसे में हम इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की नियुक्ति करेंगे, जो दिल्ली में बैठेंगे और घटना की जांच करेंगे।
इसे भी पढ़ें:- हैदराबाद एनकाउंटर मामले में बड़ा खुलासा, मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ को लगी सबसे ज्यादा गोलियां