11 साल पहले भी आंध्र प्रदेश पुलिस ने एसिड अटैक के तीन आरोपियों का किया था एनकाउंटर, क्या था पूरा मामला
हैदराबाद। तेलंगाना के हैदराबाद में महिला वेटरनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के चारों आरोपियों को शुक्रवार को तड़के पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। बताया जा रहा है कि तेलंगाना पुलिस चारों आरोपियों को घटनास्थल पर घटना के रिक्रिएशन के लिए ले जा रही थी। इसी दौरान चारों आरोपियों ने वहां से भागने की कोशिश की। पुलिस ने पहले उनको रोकने की कोशिश की लेकिन, जब वे नहीं रूके तो पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया। कुछ इसी तरह का मामला 11 साल पहले आंध्र प्रदेश में सामने आया था।

2008 में आंध्र में पुलिस ने किया था ऐसा ही एनकाउंटर
महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और फिर उसकी हत्या की घटना के बाद से पूरे देश में गुस्सा था, हर कोई आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा था। कुछ ऐसा ही 2008 में हुआ था जब आंध्र प्रदेश पुलिस ने तीन युवकों को दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया था। लेकिन उनकी गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही पुलिस मुठभेड़ में तीनों मारे गए थे। पुलिस के मुताबिक, इस एनकाउंटर में मुख्य आरोपी 25 वर्षीय एस. श्रीनिवास राव और उनके साथी हरिकृष्णा और बी. संजय मुठभेड़ में मारे गए थे। वारंगल शहर के बाहरी इलाके मामोनूर में ये मुठभेड़ हुई थी।

एसिड अटैक केस में तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था
तीनों को इंजीनियरिंग की दो छात्राओं पर एसिड फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिनपर कॉलेज से लौटते वक्त आरोपियों ने तेजाब फेंका था। इस घटना के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन हुए थे। महिला संगठनों से लेकर तमाम सामाजिक संगठनों ने दोषियों को गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाया था।

आत्मरक्षा में चलाई थी गोली- पुलिस
इस घटना के बारे में तत्कालीन एसपी वी.सी. सजनार ने बताया था कि पुलिस की एक टीम आरोपियों को उस स्थान पर ले गई थी, जहां उन्होंने चोरी की मोटरसाइकिल और एसिड की बोतलें छिपाई थी। एसपी के मुताबिक, 'तभी आरोपियों ने देसी हथियार से हमला बोल दिया और पुलिसकर्मियों पर तेजाब फेंकने की कोशिश की। पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं, इस दौरान तीनों आरोपी मारे गए।' इस एनकाउंटर के एक दिन पहले ही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया था।

हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर के आरोपियों का एनकाउंटर
बता दें कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ चारों आरोपियों ने गैंगरेप करने के बाद उसे जला दिया था। गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि जलाते वक्त वह जिंदा थी। पीड़िता एक पशु चिकित्सक थीं और हैदराबाद से करीब 60 किमी दूर एक गांव में वह पोस्टेड थीं। स्कूटी पंक्चर होने पर मदद के बहाने चारों आरोपियों ने महिला डॉक्टर को अपनी हैवानियत का शिकार बनाया था। इस घटना के बाद हर कोई मांग कर रहा था कि आरोपियों को तत्काल फांसी दी जाए।