पैसों से भरा बैग ऑटोरिक्शा में भूली महिला, जब ड्राइवर ने देखा नोटों का बंडल तो किया कुछ ऐसा
नई दिल्ली। कोरोना काल में ऐसे समय जब लोगों के सामने आजीविका चलाने जैसे संघर्ष हैं, उस सयम भी हैदराबाद के एक ऑटोरिक्शा चालक ने इंसानियत का धर्म निभाते हुए यात्री के 1.4 लाख रुपए वापस लौटा दिए। कोरोना संकट के बीच हैदराबाद से आई ये पॉजिटिव खबर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। कई यूजर्स ने ऑटो रिक्शा चालक के ईमानदारी की सराहना की है।
ऑटोरिक्शा ने महिला के लौटाए 1.4 लाख रुपए
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते देश के कई हिस्सों में अभी भी सख्त लॉकडाउन है, ऐसे में ऑटोरिक्शा चालकों मुश्किल से दैनिक किराए से अपना घर चला रहे हैं। इतनी मुश्किलों के बाद भी हैदराबादी ऑटोरिक्शा चालक मोहम्मद हबीब ने इंसानियत का धर्म निभाते हुए नकदी से भरा बैग उसके असली मालिक को वापस कर दिया। अपना पैसा वापस पा कर मोहम्मद हबीब के ऑटोरिक्शा में बैठने वाली महिला यात्री बहुत खुश है।
पैसों से भरा बैग ऑटोरिक्शा में भूल गई थी महिला
दरअसल, हर रोज की तरफ दो के पिता मोहम्मद हबीब ने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए घर से निकले और उनके दिमाग में अपना रोजाना का किराया कमाने का लक्ष्य था। सिद्दीम्बर बाजार क्षेत्र के पास दो महिलाओं को छोड़ने के बाद, वह लगभग दोपहर के 2.30 बजे तक तडबन लौट आए। जब वह पानी की बोतल के लिए यात्री की सीट के पास पहुंचे तो उन्हें एक बैग मिला। उसके अंदर क्या हो सकता है, इससे डरकर उस यात्री की तलाश में वापस वहां पहुंचे जहां उन्होंने दोनों महिलाओं को छोड़ा था।
पुलिस ने महिला यात्री को खोजा
हालांकि उनके ना मिलने पर मोहम्मद हबीब ने बैग खोलकर देखा तो वह दंग रह गए। उन्हें बैग के अंदर नोटों के बंडल मिले। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए हबीब ने बताया कि चूंकि वह यात्री को नहीं खोस सके इसलिए उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क किया। हसन नगर में अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ रहने वाले हबीब ने कालापत्थर पुलिस स्टेशन में पुलिस अधिकारियों को बैग में पैसे की जानकारी दी।
महिला ने हबीब के दिए 5000 रुपए
पुलिस स्टेशन अधिकारी एस सुदर्शन के अनुसार आयशा नाम की महिला जो मोहम्मद हबीब के ऑटोरिक्शा में बैठी थी वह यात्री सीट पर अपना बैग भूल गई थी। पुलिस ने अब आयशा से संपर्क कर उन्हें उनके पैसे लौटा दिए हैं। पुलिस स्टेशन में हबीब और यात्री आयशा द्वारा एक दूसरे को पहचाने के बाद उन्हें पैसों से भरा बैग वापस किया गया। बैग मिलने के बाद आयशा ने हबीब को सम्मानित करते हुए उनकी सराहना और कृतज्ञता के रूप में उन्हें 5,000 रुपए दिए। एसएचओ ने भी हबीब को शाल और माला पहनाकर सम्मानित किया।
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