रेलवे पुलिस ने तस्करों के चंगुल से 7 बच्चियों को छुड़ाया, तस्कर गिरफ्तार
नई दिल्ली। बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ने में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गिरोह के चंगुल से 7 लड़कियों को छुड़ाने ने सफलता हासिल की है। जानकारी के अनुसार गुवाहाटी से मुंबई जा रही लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में बच्चों की तस्करी करने वाला एक गिरोह इन बच्चियों को लेकर जा रहा था, इस बारे में जब पुलिस को पता चला तो उसने ट्रेन के भीतर छापेमारी की और इन सभी तस्करों को गिरफ्तार कर लिया और लड़कियों को इनके चंगुल से छुड़ाया गया।
पुलिस ने इन तस्करों को इसम के रंगिया में 10 जुलाई को गिरफ्तातर किया है। तस्कर लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर उन्हें ले जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि तस्करों ने लड़कियों को झांसा दिया था कि उन्हें मुंबई में मछली की फैक्ट्री में नौकरी दी जाएगी।
पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली की लड़कियों को बहला-ःफुसलाकर उन्हें तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है तो रेल सुरक्षा बल टीम के इंसपेक्टर अशोक दास, हेड कॉस्टेबल जेएस कलिता, कॉस्टेबल भास्कर मालाकार, हेड कॉस्टेबल सचींद्र भराली और कॉस्टेबल अहजाज खान ने ट्रेन की सघन जांच शुरू कर दी। जिसके बाद ट्रेन के एस9 कोच से इन लड़कियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया।
पुलिस ने जिस महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है उसका नाम कल्पना बर्मन है जिसकी उम्र 40 वर्ष है और असम के बसका जिले में रहती है। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह इन सभी लड़कियों को मुंबई लेकर जा रही थी, जहां इनकी कीमत पहले ही तय हो चुकी थी। आपको बता दें कि इससे पहले अभी तक आरपीएफ ने कुल 20 बच्चों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। रंगिया डिवीजन की इस घटना को आरपीएफ की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।