महाराष्ट्र में किसानों की हड़ताल, शहरों में नहीं पहुंचने देंगे सब्जी और दूध
पुणे-बेंगलुरु महामार्ग पर किसानों ने आक्रामक रुख दिखाते हुए कोल्हापुर से मुंबई जा रहे दूध के ट्रक के साथ तोड़फोड़ की। नासिक-औरंगाबाद हाईवे पर भी कई किसान गिरफ्तार किए गए।
पुणे। पूरे महाराष्ट्र में गुरुवार को किसानों के हड़ताल पर जाने का असर बुधवार रात से ही सभी जगह दिखा। दूध और सब्जी ले जानेवाले गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ की गई। सब्जियों और दूध को सड़क पर फेंककर किसानों ने विरोध जताया। किसानों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान किया वहीं साथ ही किसानों ने ये भी ऐलान किया कि वो गांव से कोई भी सब्जी महाराष्ट्र के किसी भी शहर में पहुंचने नहीं देंगे। किसानों की हड़ताल से नागरिकों को आवश्यक चीजे मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
किसानों की हड़ताल का पहला असर सातारा में देखने को मिला। जहां पुणे-बेंगलुरु महामार्ग पर किसानों ने आक्रामक रुख दिखाते हुए कोल्हापुर से मुंबई जा रहे दूध के ट्रक के साथ तोड़फोड़ की। किसान संगठन के लोगों ने वारणा दूध डेयरी के दो ट्रकों का दूध सड़क पर बहा दिया। इस दौरान संगठन के लोगों ने ट्रक चालकों के साथ मारपीट भी की।
कर्जमाफी और अन्य मांगों को लेकर महाराष्ट्र में किसान संगठन गुरुवार को हड़ताल पर है। राज्यव्यापी हड़ताल में किसानों ने सरकार को सबक सिखाने के लिए माल शहरी बाजार तक ना पहुंचने देना का ऐलान किया है। वहीं नासिक-औरंगाबाद महामार्ग पर दूध और सब्जियों की गाड़ियों को रोकनेवाले कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उन पर मामला दर्ज किया जा रहा है। आंदोलक किसान सड़क पर दूध और सब्जी फेक रहे। बीती काफी देर रात पुलिस ने ये कार्रवाई की है।
किसानों की हड़ताल की वजह से जहां आम नागरिक परेशान हैं, वहीं कुछ व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाते हुए लूट मचा दी है। सब्जी और दूध को महंगे दामों में बेच बिचौलिए मुनाफा कमाने में जुट गए हैं। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री के साथ बैठक में किसानों ने कर्जमाफी जैसे मुद्दे पर चर्चा की थी, लेकिन बैठक विफल होने पर किसानों ने ये हड़ताल करने का फैसला लिया था। जिसका असर पूरे महाराष्ट्र में दिखाई दे रहा है।