शाहरुख खान को मानद उपाधि देने की अनुमति देने से सरकार का इनकार
नई दिल्ली। रोमांस के किंग के नाम से मशहूर बॉलीवुड किंग शाहरुख खान को मानद डाक्टरेट की डिग्री देने की अपील को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने ठुकरा दिया है। दरअसल जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने मानव संसाधन मंत्रालय से इजाजत मांगी थी कि उसे शाहरुख खान को मानद डिग्री देने की अनुमति दी जाए। लेकिन आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि एचआरडी मंत्रालय ने विश्वविद्यालय की अपील को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उन्हें पहले ही दूसरे विश्वविद्यालय से मानद की उपाधि दी जा चुकी है।
शाहरुख खान ने दी थी सहमति
आपको बता दें कि शाहरुख खान जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रह चुके हैं, उन्होंने विश्वविद्याल की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। विश्वविद्यालय की ओर से पिछले वर्ष एचआरडी मिनिस्ट्री को यह पत्र भेजा गया था, जिसकी एक प्रति शाहरुख खान को भी भेजी गई थी, जिसे शाहरुख खान ने स्वीकार कर लिया था।
2016 में मिला था सम्मान
विश्वविद्यालय ने एचआरडी मंत्रालय को लिखा था कि वह शाहरुख खान को मानद उपाधि से नवाजना चाहती है, लेकिन मंत्रालय ने यह कहते हुए इस अपील को ठुकार दिया कि शाहरुख खान को पहले ही मौलान आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय की ओर से वर्ष 2016 में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा जा चुका है। यह जानकारी जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को भेजी गई एक आरटीआई के जवाब में सामने आई है।
क्या कहना है मंत्रालय का
वहीं इस बारे में एचआरडी मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि इस तरह के अवॉर्ड के लिए कोई पुख्ता नियम नहीं है, यह डिग्री कई बार भी दी जा सकती है, लेकिन सामान्य रूप से ऐसा करने से बचा जाता है। आपको बता दें कि शाहरुख खान ने जामिया मिलिया इस्तामिया विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर से पत्रकारिता की पढ़ाई की थी। लेकिन कम उपस्थिति की वजह से वह फाइनल परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।
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