कोरोना से कैसे लड़ेंगे जंग, 459 सांसदों ने अब तक PM-CARES में नहीं दिया फंड
नई दिल्ली- लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के सभापति ने सभी सांसदों से कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी रखने के लिए पीएम-केयर्स फंड में दान देने की अपील की थी। लेकिन, जानकारी के मुताबिक दोनों सदनों के साढ़े चार सौ से ज्यादा सांसदों ने अब तक इस फंड में दान नहीं डाला है। हालांकि, अच्छी बात ये है कि करीब आधे सांसदों ने एक करोड़ की रकम दान में दिया भी है। जबकि, एआईएमआईएम के एक सांसद तो सार्वजनिक तौर पर इस फंड में दान देने से इनकार कर चुके हैं।
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आधे से ज्यादा सांसदों ने पीएम-केयर्स में नहीं दिया है दान
कोरोना संकट के खिलाफ अभियान जारी रखने के लिए स्पीकर ओम बिड़ला और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने खुद से सांसदों से अपील की थी कि वे अपने-अपने सांसद निधि से कम से कम 1 करोड़ रुपये पीएम-केयर्स में दान करें। लेकिन, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते महीने की आखिरी तारिख तक दोनों सदनों के कुल 779 चुने हुए सांसदों में से सिर्फ 320 सांसदों ने ही कोरोना के खिलाफ जंग के लिए बनाए गए पीएम-केयर्स में दान देने की हामी भरी थी। बाकी 459 सांसदों की ओर से अभी भी देरी बताई जा रही है। बता दें कि इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील ने साफ किया था कि वो पीएम-केयर्स फंड में कोई दान नहीं देंगे। क्योंकि, सांसद क्षेत्रीय विकास निधि संसदीय क्षेत्रों के विकास के लिए होता है और वो चाहेंगे कि उनको एमपीलैड से मिले फंड का इस्तेमाल उसी कार्य के लिए हो।
खास कोरोना संकट के लिए बना पीएम-केयर्स फंड
बता दें कि सांसद क्षेत्रीय विकास निधि की शुरुआत 1993 में की गई थी। जबकि, कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर पीएम-केयर्स फंड की घोषणा बीते 28 मार्च को की गई थी। जबकि, इससे पहले 24 मार्च को ही केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से एक अधिसूचना जारी कर देश भर के जिला प्रशासनों को यह इजाजत दी गई थी कि संबंधित क्षेत्रों के सांसदों की निधि का पैसा वहां इस कार्य के लिए बने कोरोना से संबंधित टेस्टिंग, स्क्रीनिंग और इलाज से जुड़ी सुविधाओं के लिए किया जा सकता है। यहां यह भी बता दें कि भले ही सांसदों की ओर से पीएम-केयर्स फंड में दान देने में देरी हुई है, लेकिन देश के नागरिकों ने इसमें अब तक दिल खोलकर दान दिया है। जिसमें टाटा समूह ने 1,500 करोड़, मुकेश अंबानी ने 500 करोड़ रुपये दान में डाले हैं। अगर इसमें सितारों के साथ आम नागरिकों की लिस्ट शामिल करें तो यह फेहरिस्त और लंबी हो जाती है। वैसे अजीम प्रेमजी जैसे उद्योगपति के फाउंडेशन ने 1,125 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही है, लेकिन उन्होंने इसे अपने स्तर पर करने की बात कही है।
मायावती ने कहा- सरकार को सहयोग करें
इस बीच बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी के विधायकों से अपील की है कि इस लड़ाई में पार्टी के सांसदों की तरह वो भी अपने विधायक निधि से कम से कम 1-1 करोड़ रुपये दान में दें। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, "देशभर में कोरोनावायरस की महामारी के प्रकोप के मद्देनजर खासकर यूपी के बीएसपी विधायकों से भी अपील है कि वे भी पार्टी के सभी सांसदों की तरह अपनी विधायक निधि से कम से कम 1-1 करोड़ रु अतिजरूरतमन्दों की मदद हेतु जरूर दें। बीएसपी के अन्य लोग भी अपने पड़ोसियों का जरूर मानवीय ध्यान रखें। साथ ही, केन्द्र सरकार से भी अपील है कि विश्व बैंक से मिले 100 करोड़ डॉलर की कोरोना सहायता को विशेषकर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में उचित इस्तेमाल करे, ताकि कोरोना प्रकोप को सही नियोजित तौर पर रोका जा सके। जनता से भी अपील है कि वे आपदा की इस घड़ी में सरकार का सहयोग करें।"
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