Coronavirus: इन बातों का घर व ऑफिस में रखेंगे ख्याल तो सुरक्षित रहेंगे आप!
बेंगलुरू। पुरी दुनिया को अपनी जानलेवा कहर से डरा चुकी नोवल कोरोनावायरस अब भारत में फैलने की आंशका बढ़ रही है। ताज़ा अपडेट के मुताबिक भारत में अब तक कोरोनावायरस संक्रमित कुल 25 मामले सामने आ चुके हैं, जिनके टेस्ट में कोरोना वायरस पॉज़ीटिव पाया गया है।
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हालांकि दुनिया भर के करीब 67 देशों में फैल चुका यह खतरनाक वायरस अब तक 3200 से लोंगों की जिंदगी लील चुका है और अभी भी करीब 92,00 इसके शिकार हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। मालूम हो, पहले ना नुकर के बाद WHO ने जनवरी माह में नोवल कोरोनावायरस हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया जबकि दिसंबर में यह वायरस प्रभावी दिख गया था।
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गौरतलब है डेंजरस कोरोनावायरस की श्रेणी में आने वाले नोवल कोरोनावायरस संक्रमित इंसान की बीमारी का फिलहाल अभी कोई इलाज संभव नहीं है, सिर्फ बचाव और सतर्कता ही यह एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने से रोक जा सकता है।
मतलब, बचाव ही कोरोनावायरस से बचने का अभी एकमात्र उपाय है। इसके लिए कई एहितायत को अमल में लाकर कोई भी इसके आक्रमण से खुद को सुरक्षित रखा सकता है। माना जाता है कि अपने आसपास साफ-सफाई और हाईजीन रखना पहला और सबसे ज़रूरी दम है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कुल 12 देशों क्रमशः चीन, सिंगापुर, थाईलैंड, हॉन्ग कॉन्ग, जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, मलेशिया, नेपाल, इंडोनेशिया, ईरान और इटली से आने वाली सभी उड़ानों के यात्रियों की जांच की जा रही है।
यही नहीं, यात्रियों की 21 हवाई अड्डों, 12 प्रमुख बंदरगाहों और 65 छोटे बंदरगाहों और स्थल मार्गों विशेष रूप से नेपाल की सीमा पर भी जांच की जा रही है। भारत में अब तक बाहर से आए कुल 5,57,431 यात्रियों की हवाई अड्डों पर और 12,431 यात्रियों की बंदरगाहों पर जांच की गई है।
यात्रियों को दैनिक आधार पर आईडीएसपी नेटवर्क के माध्यम से सामुदायिक निगरानी के तहत भी निगरानी की गई है। उनमें से कुल 25,738 यात्री अभी भी आईडीएसपी नेटवर्क के सामुदायिक निगरानी में हैं। हालांकि यह ग़लत सोच है कि इसका इलाज संभव नहीं।
आंकड़ों का हवाला देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्ष वर्धन ने बताया कि अब तक कुल 645 भारतीयों को चीन के वुहान शहर से लाया जा चुका है और कुल 124 भारतीयों को जापान से लाया गया है, जिन्हें एहतियात के तौर पर आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था।
उन्होंने बताया कि चीन और जापान से भारत लाए सभी भारतीय सुरक्षित हैं इसलिए कोरोनावायरस और उसके इलाज को लेकर घबराने की अधिक ज़रूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि अगर बहुत ज़रूरी ना हो तो सिंगापुर, कोरिया, ईरान और इटली की यात्रा से बचें।
फ़िलहाल, देश में कोरोनावायरस संक्रमण की जांच के लिए कुल 15 लैब हैं, लेकिन जल्द ही 19 लैब शुरू किए जाने की संभावना है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 3245 नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया है, जिनमें से 3217 निगेटिव और पांच नमूने पॉज़िटिव पाए गए।
उल्लेखनीय है गत 10 फ़रवरी 2020 से दक्षिण कोरिया, ईरान और इटली से आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए अलग रखा जा रहा है। इसके अलावा नेपाल सीमा पर अब तक 10,24,922 लोगों की जांच की जा चुकी है।
तेजी से भारत में फैल रहे कोरोनावायरस की स्थितियों को देखते हुए सरका ने कोरोनावायरस को लेकर एक ट्रैवल एडवाइज़री जारी की है, जिसमें चीन और ईरान के लिए जारी सभी वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं। भारतीय दूतावास यात्रा से जुड़े नियमों को लेकर लगातार अन्य देशों के संपर्क में है। वहीं, कोरोनावायरस से संक्रमित ईरान और इटली में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए सरकार लगातार दोनों सरकारों के साथ संपर्क में है।
कोरोनावायरस से जुड़ी शिकायत और सुझाव के लिए सरकार ने एक 24X7 कॉल सेंटर शुरू किया है, जहां कॉल करके कोई भी अपनी दुविधा का हल समझ सकता है। नंबर है 01123978046, जिसकी लाइन 24 घंटे खुली रहेगी।
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एक इंसान से दूसरे में तेजी से फैलता है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस आउटब्रेक की शुरुआत चीन के शहर वुहान में स्थित सीफूड मार्केट से हुई थी और इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि सभी बड़े मामले जानवरों से ही फैले हैं। हालांकि अब नए केस जो सामने आ रहे हैं उससे यही लग रहा है कि कोरोना एक इंसान से दूसरे में छूने से फैल रहा है। आसान शब्दों में समझें तो अगर किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस का इंफेक्शन हो गया है तो दूसरा व्यक्ति जो उसके संपर्क में आएगा उसे भी ये इंफेक्शन हो जाएगा।
कुछ समय के लिए ही सही, फिलहाल लोगों से हाथ मिलाने से बचें !
सबसे पहले जरूरी है कि आप अपनी व्यक्तिगत हाईजीन पर ध्यान दें। दूसरा यह कि कुछ समय के लिए ही सही लोगों से हाथ मिलाने से बचें और अपनी आंखें, नाक और मुंह को बार-बार हाथों से न छुने बचें। हाथों को दिन में कई बार अच्छे साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं। खासकर, बाथरूम जाने के बाद, खाना खाने से पहले, छींकने और खांसने के बाद जरूर ऐसा करें। अगर आप किसी ऐसी जगह हैं जहां साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो सैनेटाइज़र का इस्तेमाल करें।
संदिग्ध व्यक्ति के पास खड़े हैं अथवा बैठे हैं तो मॉस्क का उपयोग करें
अक्सर लोग खांसते या फिर छीकते समय लापरवाही बरतते हैं, ऐसे में अगर आप ऐसे संदिग्ध व्यक्ति के पास खड़े हैं अथवा बैठे हैं तो मॉस्क का उपयोग करें। साथ ही खुद भी खांसते अथवा छींकते समय भी अपनी नाक या फिर मुंह को टिशू से ढकें और प्रयोग के बाद तुरंत उसे डस्टबिन में फेंक दें। अगर आप खुद बीमार हैं तो घर पर रहें।
खांसते या छींकते वक्त टीशू यूज करें और डस्टबिन में फेंके
संदिग्ध वायरस पीड़ित लोगों अथवा जिन लोगों में सांस की बीमारी क लक्षण दिख रहे हैं, उनसे उचित दूरी बनाए रखें। घर में मौजूद साफ-सफाई के समान को बार-बार साफ और डिसइंफेक्ट करें। सड़क या बाज़ार जैसी जगहों पर न थूकें।
जानवरों से दूरी बनाए रखें, हांगकांग में वायरस इंफेक्टेड मिला कुत्ता
अभी हाल में हांगकांग में एक कुत्ता भी नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इसलिए जरूरी है कि पालतू और सड़क पर मौजूद जानवरों से उचित दूरी बना कर रखें। इसके अलावा अगर मांसाहारी हैं, तो ध्यान रखें कि मांसाहारी खाना अच्छी तरह से पका हुआ हो।
सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण को इग्नोर न करें
अगर आपको फ्लू या सर्दी-ज़ुकाम जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। इन लक्षणों को बिल्कुल इग्नोर न करें। कई मामलों में इसके लक्षण 2 से 14 दिनों बाद सामने आए। हालांकि, इसके मरीज़ों में उक्त लक्षण आमतौर पर नज़र आए हैं। मसलन, इनमें खांसी और ज़ुकाम, बुख़ार ( कम से कम 2-3 से लगातार), सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना, गले में ख़राश, उल्टी, सांस की बीमारी आदि शामिल हैं।
ख़ुद को अकेले कैसे रखें? ऐसे में ये तरीक़े अपनाएं
अगर आप संक्रमित इलाक़े से आए हैं या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं तो आपको अकेले रहने की सलाह दी जा सकती है। हो सके तो घर पर रहें। ऑफ़िस, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर कुछ दिनों के लिए एहितायतन न जाएं। सार्वजनिक वाहन जैसे बस, ट्रेन, ऑटो या टैक्सी से यात्रा न करें। घर में मेहमानों को न बुलाएं और कोशिश करें कि घर का सामान किसी और से मंगाएं। अगर आप और भी लोगों के साथ रह रहे हैं तो ज़्यादा सतर्कता बरतते हुए अलग कमरे में रहें और साझा रसोई व बाथरूम को लगातार साफ़ करें। 14 दिनों तक ऐसा करते रहें ताकि संक्रमण का ख़तरा कम हो सके।
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें।
वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं
हालांकि अभी तक ये पूरी तरह से पता नहीं चल सका है कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कैसे फैलता है। हालांकि, इससे मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं।