STF को कैसे मिला विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे का सुराग, जानिए एनकाउंटर की Inside स्टोरी
जो अमर दुबे कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का पर्सनल बॉडीगार्ड था, उसका सुराग भी पुलिस को विकास दुबे के जरिए ही मिला...
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर एनकाउंटर केस में यूपी एसटीएफ के हाथ उस वक्त बड़ी सफलता लगी, जब उसने मुख्य आरोपी विकास दुबे के राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे को मुठभेढ़ में ढेर कर दिया। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी एसटीएफ विकास दुबे की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी, इसी दौरान पता चला कि उसका खास गुर्गा अमर दुबे हमीरपुर जिले के मौदहा इलाके में छिपा हुआ है, जहां बुधवार सुबह हुए एनकाउंटर में वो मारा गया। इस दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि एसटीएफ अमर दुबे तक कैसे पहुंची।
Recommended Video
अमर दुबे तक कैसे पहुंची एसटीएफ
जानकारी के मुताबिक, 'पुलिस ने बीते शुक्रवार को कानपुर एनकाउंटर में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में अमर दुबे को सह-अभियुक्त बनाया हुआ था। शुक्रवार की घटना के बाद से ही विकास दुबे के साथ-साथ अमर दुबे भी फरार चल रहा था और टीम उसकी तलाश में जुटी थी। इस दौरान खुफिया सूचना मिली की अमर दुबे अर्तरा गांव में छिपा हुआ है। यूपी एसटीएफ को संयोग से अमर दुबे के बार में विकास दुबे के जरिए ही सुराग मिला।'
सीसीटीवी फुटेज से पता चला अहम सुराग
पुलिस के मुताबिक, 'दरअसल मंगलवार रात को एसटीएफ को खबर मिली कि विकास दुबे बदरपुर बॉर्डर के पास हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में छिपा है, जिसके बाद एसटीएफ ने फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर वहां छापा मारा। सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि होटल में विकास दुबे जैसा दिखने वाला एक शख्स अपने दो साथियों के साथ ठहरा हुआ था और एसटीएफ की रेड पड़ने से कुछ घंटे पहले ही यहां से फरार हो गया।'
होटल में छिपे तीन लोगों में से एक विकास दुबे था
इसके बाद एसटीएफ ने फरीदाबाद से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनके पहचान पत्र होटल में कमरा बुक करने किए लिए इस्तेमाल किए गए थे। तीनों संदिग्धों से पूछताछ में पता चला कि होटल के अंदर जो तीन लोग ठहरे हुए थे, उनमें से एक विकास दुबे था। इसके बाद फरीदाबाद और दिल्ली में एसटीएफ ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की और वहीं से सुराग मिला कि अमर दुबे हमीरपुर के एक गांव में छिपा हुआ है।
कौन था अमर दुबे
पुलिस के मुताबिक, अमर दुबे 3 जुलाई को हुए एनकाउंटर में मारे गए अतुल दुबे का भाई था। कानपुर के बिकरू गांव में शुक्रवार को हुए शूटआउट से चार दिन पहले 29 जून को ही अमर दुबे की शादी हुई थी। विकास दुबे के घर की छत से जिन बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी, अमर दुबे भी उन लोगों में शामिल था। बताया जा रहा है कि अमर दुबे एक तरह से विकास दुबे का पर्सनल बॉडीगार्ड था।
विकास दुबे पर दर्ज हैं हत्या और लूट के 60 मुकदमे
गौरतलब है कि कानपुर एनकाउंटर में मुख्य आरोपी विकास दुबे के खिलाफ संगीन धाराओं में 60 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। बीते शुक्रवार को पुलिस की टीम विकास दुबे की तलाश में बिकरू गांव में रेड डालने गई थी कि तभी बदमाशों ने उनके ऊपर फायरिंग कर दी। पुलिस के मुताबिक, बदमाश पहले से घात लगाए बैठे थे और उन्होंने रास्ते में जेसीबी मशीन खड़ी की हुई थी। पुलिस जैसे ही अपनी गाड़ियों से उतरी, बदमाशों ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, लेकिन बदमाश छतों पर छिपकर फायरिंग कर रहे थे, जिसकी वजह से 8 पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गए।
ये भी पढ़ें- शख्स ने मैसेज भेजकर कहा- वर्जिन हूं मुझसे शादी करोगी, एक्ट्रेस ने दिया ये जवाब