जब बॉलीवुड के लिए मददगार बनी शिवसेना, अमिताभ और संजय दत्त के बचाव में उतरे बाला साहेब
मुंबई। गुरुवार को मुंबई का शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र की राजनीति के नए अध्याय का गवाह बना। शिवसेना के सुप्रीमो उद्धव ठाकरे को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम पद की शपथ दिलाई। उद्धव, ठाकरे परिवार के पहले नेता हैं जो राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में बॉलीवुड की भी कई हस्तियां मौजूद थीं। बॉलीवुड और शिवसेना का नाता नीम और शहद वाला रहा है। इस रिश्ते ने कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन इसके बाद भी दोनों मजबूती से एक साथ रहे।
अमिताभ के हाल-चाल पूछने पहुंचे बाला साहब
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई बॉलीवुड इंडस्ट्री का गढ़ है और एक ऐसी इंडस्ट्री की पहचान बन चुका है जिसकी दुनियाभर में अपनी पहचान है। शिवसेना के भी बॉलीवुड के कई सितारों के साथ अच्छे संबंध रहे हैं। शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे तो कई बार बॉलीवुड सितारों की मदद के लिए आगे आए हैं। कई बार कुछ फिल्मों के खिलाफ शिवसेना ने विरोध प्रदर्शन भी किए। कहते हैं कि जब साल 1983 में कुली की शूटिंग के समय जब अमिताभ बच्चन अस्पताल में थे और जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे थे तो बाला साहेब उनका हाल-चाल जानने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंनेक एक कार्टून बनाया जिसमें उन्होंने यमराज की हार का जिक्र किया था। अमिताभ ने बताया था, 'बाला साहब का मानना था कि मैं यमराज को हराने में कामयाब रहूंगा और ऐसा हुआ भी।'
जब बोफोर्स घोटाले के समय अमिताभ से पूछा सवाल
सिर्फ इतना ही नहीं जब बोफोर्स स्कैम के समय बाला साहब ने अमिताभ से पूछा था, 'आप मुझे सच बताओ, क्या इस घोटाले में आपका भी हाथ है? अमिताभ के मना करने पर बाला साहेब ठाकरे ने कहा था कि वे उनके साथ हैं और अमिताभ को फिक्र करने की जरुरत नहीं है। इसके अलावा ठाकरे साहब जया बच्चन को अपनी बहू मानते थे। गुरुवार को जया ने भी कहा था कि ठाकरे परिवार से उनके रिश्ते काफी गहरे हैं और उद्धव के सीएम बनने पर वह काफी खुश हैं।
संजय को बचाने के लिए सुनील दत्त ने की अपील
सिर्फ अमिताभ बच्चन ही नहीं बल्कि ठाकरे परिवार ने संजय दत्त की भी मदद की थी। साल 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों और दंगों के बाद संजय दत्त का नाम भी सामने आया था, जिसके बाद सुनील दत्त ने बाल ठाकरे से अपने बेटे के लिए मदद मांगी थी। साल 2010 में फिल्म माई नेम इज खान की रिलीज पर रोक लगाने को लेकर शिवसेना ने प्रदर्शन किए थे। दरअसल शाहरुख ने आईपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को खेलाने की वकालत की थी। हालांकि शाहरुख और बाला साहब ठाकरे के रिश्ते मधुर बने रहे और शाहरुख ने ये भी कहा था कि वे बाला साहब के साथ पर्सनल रिलेशनशिप शेयर करते थे।
दिलीप कुमार से रिलेशनशिप बिगड़ी
सेना सुप्रीमो बाला साहेब बीयर और सिगार के शौकीन थे और उनके घर यानि मातोश्री की छत पर अक्सर दिलीप कुमार, देव आनंद और राजेश खन्ना जैसे सितारे पहुंचा करते थे। दिलीप कुमार और बाला साहब की काफी अच्छी दोस्ती थी और ठाकरे ने दिलीप की एक फिल्म को रिलीज कराने में मदद की थी, जिसके खिलाफ कई प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद से दिलीप कुमार और बाला साहेब की दोस्ती मजबूत हुई थी। जब बाला साहब ने ये मांग की कि दिलीप कुमार को पाकिस्तान सरकार के दिए निशान-ए-इम्तियाज पुरस्कार को लौटा देना चाहिए, तो दोनों के रिश्तों में खटास आ गई थी।