SBI में आपका भी है खाता तो जानिए न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर कितना लगेगा चार्ज
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में अगर आपका बचत खाता (सेविंग अकाउंट) है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, केंद्रीय बैंक आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक बैंक सामान्य बचत खातों में एक तयशुदा न्यूनतम रकम (मिनिमम बैलेंस) न रखने पर चार्जेस (शुल्क) लगा सकते हैं। इसी के तहत भारतीय स्टेट बैंक में भी बचत खातों पर न्यूनतम बैलेंस यानी एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) रखने का नियम है। अगर कोई ग्राहक एसबीआई में अपने सेविंग अकाउंट में एवरेज मंथली बैलेंस बनाकर नहीं रखता है तो उसे चार्जेस देने पड़ते हैं। अनुमान के मुताबिक जिस भी अकाउंट पर एवरेज मंथली बैलेंस नहीं होगा तो उसे पेनल्टी चुकानी पड़ सकती है। इन चार्जेस में एक जुलाई से लागू जीएसटी के तहत टैक्स भी लगेगा। आखिर एसबीआई के सेविंग अकाउंट में एवरेज मंथली बैलेंस नहीं रखने पर आपको कितने चार्जेस देने होंगे, बताते हैं आगे...
ब्रांच लोकेशन के आधार पर अलग-अलग होती है जुर्माने की राशि
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में न्यूनतम बैलेंस को लेकर जुर्माने की राशि उसकी ब्रांच लोकेशन के आधार पर अलग-अलग होती है। एसबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, एवरेज मंथली बैलेंस के तहत राशि और शुल्क को बैंक ने खास भागों में बांटा है- मेट्रो और अर्बन (शहरी), सेमी-अर्बन, रूरल (ग्रामीण)। यानी अगर आपका बैंक मेट्रो या फिर अर्बन (शहरी) इलाकों में आता है तो आपको अपने अकाउंट में एवरेज मिनिमम बैलेंस 3000 रुपये बनाकर रखना होगा।
मेट्रो और अर्बन इलाकों में क्या है चार्जेस
मेट्रो और शहरी इलाकों में अगर आपका अकाउंट है और जिन ग्राहकों के अकाउंट में मिनिमम बैलेंस से 50% तक कम होगा उन्हें 10 रुपये/माह और जीएसटी दरों के तहत चार्जेस देने होंगे। अगर आपका एवरेज मिनिमम बैलेंस 50-75 फीसदी कम है तो ग्राहकों को 12 रुपये प्रति माह+ जीएसटी चार्जेस भी चुकाने होंगे। इसी तरह सी अगर आपका न्यूनतम बैलेंस 75 फीसदी से भी कम है तो एसबीई को 15 रुपये का जुर्माना और जीएसटी रेट देने होंगे।
देखिए मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर लगने वाले चार्जेस की पूरी लिस्ट
इसी तरह से अगर आपका बैंक अकाउंट सेमी अर्बन इलाके में आता है तो आपको एवरेज मिनिमम बैलेंस 2000 रुपये रखना होगा, वहीं अगर रूरल (ग्रामीण) इलाके की ब्रांच में आपका अकाउंट हैं तो आपको 1000 रुपये न्यूनतम बैलेंस रखना होगा। अगर एएमबी मेंटेन नहीं रखते हैं तो आपको कितने चार्जेस देने होंगे ये आप दिए गए चार्ट को देखकर समझ सकते हैं।
जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस का नियम नहीं होता है लागू
वहीं एसबीआई में कुछ ऐसे बैंक अकाउंट भी हैं जिनमें एवरेज मंथली बैलेंस का नियम लागू नहीं होता है। एसबीआई ने बताया कि ऐसे बैंक अकाउंट को जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट कहते हैं। कुल मिलाकर एसबीआई की ओर से अपने ग्राहकों को ये बताया गया है कि वो अपने अकाउंट में नियमित रूप से नजर रखें और एवरेज न्यूनतम बैलेंस को बनाकर रखें। ऐसा करके आप बैलेंस कटने के झंझट या फिर जुर्माने की राशि से बच सकते हैं।
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