सीएम अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार के तौर पर प्रशांत किशोर को मिलेगी कितनी सैलरी, जानिए
सीएम अमरिंदर के प्रधान सलाहकार के तौर पर प्रशांत किशोर को मिलेगी इतनी सैलरी...
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को दहाई की सीटों से ऊपर ना जाने की चुनौती देने वाले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को अब एक और नई जिम्मेदारी मिल गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है। गौरतलब है कि पंजाब में 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं और इसलिए सीएम अमरिंदर सिंह के इस कदम को सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है। प्रशांत किशोर की टीम 'इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी' इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में भी अमरिंदर सिंह के चुनाव अभियान की कमान संभाल चुकी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सीएम अमरिंदर के प्रधान सलाहकार के तौर पर प्रशांत किशोर को कितनी सैलरी मिलेगी।
प्रशांत किशोर को मिलेगी इतनी सैलरी
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का प्रधान सलाहकार नियुक्त करने के साथ ही पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया है कि उन्हें राज्य में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा। पंजाब सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, प्रशांत किशोर को प्रधान सलाहकार के तौर पर 1 रुपए सैलरी दी जाएगी। हालांकि उन्हें इसके अलावा कैबिनेट मंत्री के दर्जे के तौर पर अन्य सुविधाएं, जैसे सरकारी आवास, दफ्तर और गाड़ी की सुविधा भी मिलेगी।
Recommended Video
जून 2020 से कोशिश में लगे थे कैप्टन अमरिंदर
पंजाब सीएमओ से जुड़े करीबी सूत्रों के मुताबिक, कैप्टन अमरिंदर सिंह जून 2020 से ही प्रशांत किशोर को अपने मुख्य सलाहकार के तौर पर नियुक्त करने की कोशिश में लगे थे। हालांकि कुछ कारणों से प्रशांत किशोर ने पिछले साल इस असाइनमेंट को लेने में अपनी असमर्थता जताई। बताया जा रहा है कि इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने व्यक्तिगत तौर पर प्रशांत किशोर से कई बार बात की और उन्हें 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी की रणनीति तैयार करने के लिए कहा।
इन नेताओं के लिए भी अभियान संभाल चुके हैं PK
आपको बता दें कि इस समय प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के चुनाव रणनीतिकार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इससे पहले वो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के लिए चुनाव अभियान की कमान संभाल चुके हैं।
नीतीश से मतभेदों के चलते छोड़ी JDU
प्रशांत किशोर सबसे पहले उस वक्त सुर्खियों में आए, जब उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान की कमान संभाली और भाजपा ने धमाकेदार जीत दर्ज की। इसके बाद प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के लिए काम किया और बाद में जेडीयू में शामिल हो गए। हालांकि इसके कुछ समय बाद नीतीश कुमार के साथ मतभेदों के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
सभी दलों के लिए क्यों अहम है पंजाब चुनाव
पिछले करीब 3 महीनों से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को देखते हुए पंजाब में 2022 के विधानसभा चुनाव को सभी दलों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब में ही हुआ है। किसान आंदोलन को कांग्रेस के समर्थन का असर उस वक्त भी देखने को मिला, जब हाल के स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी ने बंपर जीत हासिल की।
2017 में भी अमरिंदर के लिए काम कर चुके हैं PK
प्रशांत किशोर ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के चुनाव अभियान की जिम्मेदारी संभाली थी और कांग्रेस ने इस चुनाव में पंजाब की 117 सीटों में से 77 पर जीत हासिल की। हालांकि उस समय पंजाब की शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की जीत में एक अहम भूमिका निभाई।
ये भी पढ़ें- बंगाल में भाजपा क्यों हो जाएगी सेंचुरी से पहले आउट, पीके के दावे में कितना दम?