कितनी संपत्ति के मालिक हैं लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव, जानिए
लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हैं इतनी संपत्ति के मालिक।
नई दिल्ली। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने समस्तीपुर जिले की हसनपुर विधानसभा सीट से मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। हसनपुर सीट पर दूसरे चरण के तहत आगामी 3 नवंबर को चुनाव होना है। 2015 में तेज प्रताप यादव वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से लड़े थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपनी सीट बदल दी है। नामांकन दाखिल करने के लिए हेलीकॉप्टर से समस्तीपुर पहुंचे तेज प्रताप यादव के स्वागत में आरजेडी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान तेज प्रताप यादव ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपनी संपत्ति का भी खुलासा किया। आइए जानते हैं कि तेज प्रताप यादव कितनी संपत्ति के मालिक हैं?
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2 करोड़ 83 लाख की संपत्ति के मालिक हैं तेज प्रताप
चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक, बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के पास कुल 2 करोड़ 83 लाख रुपए की संपत्ति है। इससे पहले साल 2015 में चुनाव आयोग को जो हलफनामा तेज प्रताप ने दिया था, उसमें उनकी संपत्ति 2,00,97,699 करोड़ रुपए थी। यानी, पिछले पांच साल में तेज प्रताप यादव की संपत्ति में 83 लाख रुपए का इजाफा हुआ है।
तेज प्रताप के पास एक बाइक और एक BMW कार
तेज प्रताप यादव की कुल संपत्ति में उनके पास 1 करोड़ 22 लाख रुपए की चल संपत्ति है। इसमें 1 लाख, 25 हजार रुपए नकद हैं, जबकि 14.87 लाख रुपए बैंक में जमा हैं। तेज प्रताप के पास एक सीबीआर 1000 आरआर बाइक और एक बीएमडब्ल्यू कार है। इन गाड़ियों की कीमत क्रमश: 15.46 लाख और 29.43 लाख रुपए है। इसके अलावा उनके पास अचल संपत्ति के रूप में 1.60 करोड़ रुपए की जमीन भी है।
तेज प्रताप यादव के ऊपर पांच मुकदमे दर्ज
तेज प्रताप की चल संपत्ति में उनके पास करीब 4 लाख 26 हजार रुपए के 100 ग्राम सोने के जेवर भी हैं। इसके अलावा उन्होंने करीब 25 लाख रुपए शेयर मार्केट में निवेश किए हुए हैं। तेज प्रताप के पास 85 हजार रुपए कीमत का एक लैपटॉप और डेस्कटॉप भी है। तेज प्रताप यादव के ऊपर पांच मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से एक उनके तलाक और दूसरा घरेलू हिंसा का मामला है।
2015 में चुनाव जीतकर स्वास्थ्य मंत्री बने तेज प्रताप
आपको बता दें कि साल 2015 में तेज प्रताप यादव वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने थे। 2015 में आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू महागठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरे थे और मोदी लहर के बावजूद प्रदेश में सरकार बनाई थी। हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चली और नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़कर भाजपा के सहयोग से सरकार बना ली।